दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में स्थित राउ IAS कोचिंग सेंटर में हुआ हादसा दिल दहला देने वाला था। शनिवार को हुई इस दुर्घटना ने न केवल वहां मौजूद छात्रों के दिलों में खौफ पैदा किया, बल्कि पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। इस हादसे में तीन छात्रों की मौत हो गई, जिनमें श्रेया यादव, नवीन डालविन और तानिया सोनी शामिल थे। हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों ने जो खौफनाक मंजर बयां किया है, वह किसी को भी हिला कर रख सकता है।
हादसे की शुरुआत
शनिवार को भारी बारिश के चलते सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया। बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी में कई छात्र अध्ययन कर रहे थे। अचानक बारिश का पानी बेसमेंट में भरने लगा, जिससे वहां मौजूद छात्र घबरा गए। जब तक वे बाहर निकलने की कोशिश करते, तब तक करीब 10 फीट पानी भर चुका था। इसी दौरान श्रेया, नवीन और तानिया बेसमेंट में ही फंस गए।
प्रत्यक्षदर्शियों की गवाही
हृदयेश, जो इस हादसे का प्रत्यक्षदर्शी है, ने बताया कि वह उन दोनों लड़कियों की आंखों में डर और मदद की पुकार नहीं भूल सकता। उन्होंने बताया कि पानी भरते ही बायोमीट्रिक गेट लॉक हो गया, जिससे बाहर निकलने का रास्ता बंद हो गया। वहां मौजूद स्टूडेंट्स कुर्सियों पर चढ़ गए, लेकिन गंदे पानी और बिजली के बंद होने से स्थिति और भयावह हो गई।
मदद की पुकार
श्रेया और तानिया मदद के लिए चिल्ला रही थीं, हाथ जोड़ कर गिड़गिड़ा रही थीं, लेकिन किसी की भी सहायता पहुंच नहीं पा रही थी। नवीन ने उन्हें संभालने की पूरी कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। धीरे-धीरे दोनों की आवाजें बंद हो गईं और उनके मुंह में पानी भरने लगा। वहां मौजूद एक युवक ने भी उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन पानी के तेज बहाव के कारण वह भी असफल रहा।
बचाव कार्य में देरी
हादसे की सूचना मिलने पर NDRF की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। स्टूडेंट्स ने बताया कि अगर समय पर मदद मिल जाती, तो शायद तीनों की जान बचाई जा सकती थी। हादसे के विरोध में प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने दिल्ली पुलिस और NDRF को भी जिम्मेदार ठहराया, क्योंकि उनकी देरी से पहुंचने के कारण ही यह त्रासदी हुई।
हाईकोर्ट में याचिका दायर
इस हादसे के बाद राष्ट्रीय प्रवासी मंच ने दिल्ली हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है। याचिका में दिल्ली में पढ़ रहे स्टूडेंट्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की गई है। इसके अलावा, हादसे में मारे गए छात्रों के परिवारों के लिए मुआवजे की भी मांग की गई है। याचिका में दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार, MCD और राउ IAS कोचिंग सेंटर को पार्टी बनाया गया है।
कोचिंग सेंटर के मालिक की गिरफ्तारी
हादसे की FIR दर्ज होने के बाद दिल्ली पुलिस ने कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता और को-ऑर्डिनेटर देशपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। वहीं, दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर वीके सक्सेना ने हादसे की जांच रिपोर्ट तलब की है और डिविजनल कमिश्नर को दो दिन में रिपोर्ट देने को कहा है।
MCD का बड़ा एक्शन
मेयर शेली ओबेरॉय ने MCD को उन सभी संस्थानों की जांच करने के आदेश दिए हैं, जो बेसमेंट में अवैध रूप से गतिविधियां कर रहे हैं। बेसमेंट में लाइब्रेरी या क्लास लगाने वाले 13 कोचिंग सेंटर को सील भी कर दिया गया है। MCD के इस कदम से भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने की कोशिश की जा रही है।
दिल्ली में हुए इस हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। प्रत्यक्षदर्शियों की खौफनाक दास्तान ने हादसे की भयावहता को उजागर किया है। इस हादसे के बाद उठाए गए कदमों से उम्मीद है कि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सकेगा और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी। छात्रों के परिवारों के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है और उन्हें न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।