मेक्सिको के इतिहास में पहली बार राष्ट्रपति बनने जा रही महिला के रूप में क्लाउडिया शिनबाम का नाम सबसे आगे चल रहा है। यह मेक्सिको के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण है, क्योंकि यह देश लंबे समय से जेंडर बायस और भेदभाव का सामना करता आया है। इस बार के चुनाव में दो प्रमुख महिला उम्मीदवार, वामपंथी मोरेना पार्टी से क्लाउडिया शिनबाम और रूढ़िवादी पीएएन पार्टी से जोचिटल गाल्वेज, आमने-सामने हैं। इनके अलावा केंद्र-वाम नागरिक आंदोलन के प्रतिनिधि जॉर्ज अल्वारेज मायनेज भी चुनाव में खड़े हैं, लेकिन उनका समर्थन अपेक्षाकृत कम नजर आ रहा है।
क्लाउडिया शिनबाम, जो मेक्सिको सिटी की पूर्व मेयर हैं, को निवर्तमान राष्ट्रपति आंद्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर का समर्थन प्राप्त है। शिनबाम की लोकप्रियता और उनके वामपंथी विचारधारा के चलते वह चुनाव में सबसे आगे हैं। दूसरी ओर, जोचिटल गाल्वेज सुरक्षा को लेकर अपनी गंभीर चिंताओं के साथ जनता को अपने पक्ष में करने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने संगठित अपराध के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाने का वादा किया है, जो मेक्सिको के लिए एक गंभीर समस्या बनी हुई है।
मेक्सिको में संगठित अपराध का व्यापक प्रभाव है और यह चुनावों के दौरान भी स्पष्ट रूप से देखा गया। मतदान के दिन, पश्चिमी राज्य मिकोआकैन के कुइत्जियो शहर में एक काउंसिल उम्मीदवार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना के बावजूद, लोग बड़ी संख्या में मतदान करने के लिए बाहर आए। चुनाव के दौरान हिंसा का यह उदाहरण दिखाता है कि मेक्सिको में कानून-व्यवस्था और सुरक्षा अभी भी बड़े मुद्दे हैं।
मेक्सिको में इस बार के राष्ट्रपति चुनाव को अब तक का सबसे बड़ा चुनाव माना जा रहा है, जिसमें करीब 10 करोड़ लोग मतदान के लिए पंजीकृत थे। इस चुनाव में महिलाओं की भागीदारी और प्रमुख उम्मीदवारों के रूप में महिलाओं का सामने आना, मेक्सिको के राजनीतिक परिदृश्य में एक नया अध्याय जोड़ रहा है। चुनाव में हिंसा के बावजूद, महिलाओं का राजनीतिक मैदान में इतने बड़े पैमाने पर उतरना, मेक्सिको में जेंडर बायस के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है।
अगर क्लाउडिया शिनबाम जीतती हैं, तो वे मेक्सिको की पहली महिला राष्ट्रपति बनेंगी। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि भले ही वे जीत जाएं, लेकिन निवर्तमान राष्ट्रपति लोपेज ओब्रेडोर जैसा प्रभाव और रुतबा प्राप्त करना उनके लिए चुनौतीपूर्ण होगा। शिनबाम का चुनाव अभियान मुख्य रूप से सामाजिक न्याय, गरीबी उन्मूलन, और पर्यावरण संरक्षण जैसे मुद्दों पर केंद्रित रहा है।
जोचिटल गाल्वेज, जो एक पूर्व सांसद हैं, ने सुरक्षा के मुद्दों को अपने चुनाव अभियान का मुख्य बिंदु बनाया है। उनका दावा है कि मेक्सिको में बढ़ते संगठित अपराध के खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। गाल्वेज का मानना है कि मेक्सिको को एक मजबूत नेतृत्व की जरूरत है जो अपराध और हिंसा पर काबू पा सके।
तीसरे उम्मीदवार, जॉर्ज अल्वारेज मायनेज, अपने युवा और ऊर्जा के बावजूद चुनावी दौड़ में पीछे नजर आ रहे हैं। उनकी प्राथमिकताएं शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के सुधार पर केंद्रित हैं, लेकिन वे प्रमुख उम्मीदवारों के मुकाबले कम समर्थन प्राप्त कर रहे हैं।
मेक्सिको के इस ऐतिहासिक चुनाव में, जहां पहली बार महिलाएं राष्ट्रपति पद के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही हैं, परिणाम चाहे जो भी हो, यह स्पष्ट है कि मेक्सिको के राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्य में एक बड़ा बदलाव आ रहा है। यह चुनाव न केवल महिलाओं के लिए, बल्कि पूरे मेक्सिको के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, जहां जेंडर समानता और सामाजिक न्याय को प्राथमिकता दी जा रही है।