मिग-29 फाइटर जेट की खरीदारी के संबंध में ताजगी आई है, और यह भारतीय वायुसेना के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। इसके साथ ही, भारतीय वायुसेना ने चीन और पाकिस्तान की सीमा पर कड़ी निगरानी रखने के लिए अपनी तैयारियों को बढ़ा दिया है।

इस डील के बारे में सूत्रों के मुताबिक, भारत रूस से मिग-29 फाइटर जेट की बॉडी खरीदेगा और इसे भारत में अपग्रेड करेगा। इसमें नए रडार, मिसाइल, और अन्य उपकरण भी शामिल हो सकते हैं। नई पीढ़ी की ब्रह्मोस मिसाइल का इस्तेमाल इन मिग-29 फाइटर जेट्स पर किया जाएगा, जिनकी रेंज 1,200 किलोमीटर होगी।

इस कदम से, चीन और पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय वायुसेना की ताक़त में वृद्धि हो सकती है। चीन और पाकिस्तान के मोर्चे पर सुरक्षा के लिए वायुसेना को और फाइटर जेट्स की आवश्यकता है, और इस नई खरीदी गई तकनीक से वायुसेना की ताक़त में वृद्धि हो सकती है। इसके अलावा, भारतीय सेना ने अपनी ताक़त बढ़ाने के लिए अन्य उपायों पर भी काम किया है, जैसे कि ‘प्रचंड’ लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टरों की तैनाती और उनके सशक्तिकरण की योजना है। ये हेलिकॉप्टर अत्यधिक ऊंचाइयों और कठिन गतिमान स्थलों पर उड़ सकते हैं और मारक मिसाइलों का सामना कर सकते हैं।

इस प्रकार, भारतीय सेना ने अपनी तैयारियों को मजबूत किया है और चीन-पाकिस्तान के खिलाफ अपनी ताक़तों को बढ़ाने का प्रयास किया है। इससे दुनिया के रेजिस्तानी और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सुरक्षा को और भी मजबूती मिल सकती है।