मॉस्को में आईएसआईएस के दो आतंकियों द्वारा किए गए बंधक बनाने की घटना ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। यह घटना रूस के दक्षिणी क्षेत्र रोस्तोव-ऑन-डॉन में एक हिरासत केंद्र में घटी। आईएसआईएस के आतंकियों ने जेल के कर्मचारियों को बंधक बना लिया था, लेकिन रूसी सुरक्षाबलों ने त्वरित और साहसी कार्रवाई करते हुए आतंकियों को मार गिराया और बंधकों को सुरक्षित बचा लिया।
घटना का विवरण
रूसी सरकारी समाचार एजेंसी ‘रिया नोवोस्ती’ के अनुसार, यह घटना रविवार को घटी जब आईएसआईएस के आतंकियों ने हिरासत केंद्र पर हमला कर दिया। हिरासत केंद्र में दो कर्मचारियों को बंधक बना लिया गया था। सुरक्षाबलों ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए आतंकियों को मार गिराया। इस घटना में बंधकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
सुरक्षाबलों की त्वरित कार्रवाई
रूसी सुरक्षाबलों की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई के कारण ही बंधकों को सुरक्षित बचाया जा सका। सुरक्षाबलों ने स्थिति को नियंत्रित करने और आतंकियों को निष्क्रिय करने के लिए तत्परता से कदम उठाए। इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद ने भी मारे गए आतंकियों का एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें रूसी सुरक्षा बलों की कार्रवाई को दिखाया गया है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर केवल दो कैदियों के मारे जाने की पुष्टि की गई है, मगर मोसाद के अनुसार मारे गए कैदी आईएसआईएस के आतंकी थे और उनकी संख्या अधिक हो सकती है।
आईएसआईएस का खतरा
आईएसआईएस (इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया) एक कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवादी संगठन है, जिसने पिछले कुछ वर्षों में कई देशों में हिंसक और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दिया है। रूस में भी आईएसआईएस के आतंकियों द्वारा कई हमले किए गए हैं। मार्च में मॉस्को के एक कॉन्सर्ट हॉल में हुए हमले में 145 लोग मारे गए थे। इस संगठन का उद्देश्य खलीफा राज्य की स्थापना करना और शरीयत कानून लागू करना है।
हिरासत केंद्र में बंधक बनाना
रोस्तोव क्षेत्र के हिरासत केंद्र नंबर 1 में हुई इस घटना में बताया गया कि छह लोग बंधक बनाने में शामिल थे और उनके पास चाकू और अन्य हथियार थे। इस हिरासत केंद्र में इस्लामिक स्टेट समूह से जुड़े कई आरोपी भी बंद थे। इस घटना ने रूस में सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए हैं और आतंकवाद के खतरे की गंभीरता को एक बार फिर उजागर किया है।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने रूसी सुरक्षाबलों की कार्रवाई की सराहना की है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में रूस की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जाती है और इस प्रकार की घटनाओं से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।
मॉस्को में आईएसआईएस के आतंकियों द्वारा किए गए बंधक बनाने की घटना ने एक बार फिर से साबित कर दिया है कि आतंकवाद का खतरा अभी भी बरकरार है और इसके खिलाफ सख्त और त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता है। रूसी सुरक्षाबलों की तत्परता और साहस की प्रशंसा की जानी चाहिए जिन्होंने बंधकों को सुरक्षित बचाया और आतंकियों को मार गिराया। इस घटना से यह भी स्पष्ट होता है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में किसी भी प्रकार की ढील या लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए। हमें हमेशा सतर्क रहना होगा और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग बढ़ाना होगा ताकि इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके और एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण समाज की स्थापना की जा सके।