बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने दूरगामी “जल-जीवन-हरियाली” अभियान के तहत बिहार की पहली एवं अतिमहत्वाकांक्षी “गंगा जल आपूर्ति योजना” के दोनों चरणों के काम रिकार्ड समय में पूरे होने पर गर्वित हैं। इस योजना के तहत गंगा नदी के जल को पेयजल के रूप में उपयोग करने का मुख्य उद्देश्य है, और इसका दूसरा चरण नवादा में हुआ लोकार्पण।
जल संसाधन और सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने बताया कि इस योजना के माध्यम से गंगा नदी के जल को दक्षिण बिहार के महत्वपूर्ण शहरों राजगीर, गया, बोधगया, और नवादा में पेयजल के रूप में पहुंचाया जा रहा है। इसके पहले चरण में पहले ही रिकॉर्ड समय में काम पूरा हो गया था, और नवादा में भी हर घर को गंगा जल की आपूर्ति की जा रही है।
नीतीश कुमार ने पहले चरण के दौरान राजगीर, गया, और बोधगया में योजना का लोकार्पण किया था, और इसके दूसरे चरण में नवादा में भी गंगा जल की आपूर्ति को सुरक्षित करने का कार्य पूरा हुआ है। इसके तहत नवादा में हर घर को गंगा जल की आपूर्ति का कार्य समाप्त हो गया है, जिससे शहर की बहुत बड़ी जनसंख्या को इस सुविधा से लाभ होगा।
झा मंत्री ने बताया कि गंगा जल आपूर्ति योजना ने इन शहरों में भूजल पर निर्भरता को समाप्त कर दिया है और योजना को मार्च 2023 में “जल संसाधन के सर्वोत्तम कार्यान्वयन” श्रेणी में “सीबीआईपी अवार्ड 2022” से सम्मानित किया गया है। इस योजना से शहरों में भूजल स्तर में सुधार हुआ है और नई तकनीकों का सफल उपयोग किया गया है।
योजना के दूसरे चरण में, नवादा शहर में गंगाजल को जलशोधन संयंत्र में पहुंचाने के लिए कई सुधार किए गए हैं। इससे शहर में प्रतिव्यक्ति प्रतिदिन 135 लीटर शुद्ध गंगाजल की आपूर्ति होगी, जिससे लोगों को सुरक्षित पेयजल का स्वादनुसार उपयोग करने का सुअवसर मिलेगा।
इस योजना से नवादा शहर को बुडको द्वारा निर्मित 4 पानी टंकियों के माध्यम से गंगाजल की आपूर्ति सुनिश्चित होगी, और विभिन्न संस्थानों और स्थानीय विकासों के लिए भी शुद्ध जल सुरक्षित किया जाएगा। इससे शहर की जनसंख्या को बेहतर स्वच्छता और जल सुरक्षा की सुविधा मिलेगी।