नालंदा :बिहारशरीफ मंडल कारा में हुई विचाराधीन कैदी की संदिग्ध मौत के मामले में परिजनों ने जेल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मृतक की पहचान रहूई थाना क्षेत्र के पुन्हा गांव निवासी रामातार पासवान का 33 वर्षीय पुत्र भिखारी पासवान के रूप में हुई है, जिनका आपत्तिजनक रूप से निधन हो गया। उनके परिजनों का कहना है कि उन्हें समय पर सूचना नहीं दी गई और जब वे भिखारी पासवान को देखने पहुंचे तो उनकी तबीयत बिगड़ी हुई थी।

रामातार पासवान का 33 वर्षीय पुत्र भिखारी पासवान का नाम अपनी पत्नी की हत्या के आरोप में 1 साल पूर्व में ही रहूई थाना में दर्ज था। उन्होंने एक साल पहले ही पत्नी की हत्या के आरोप में जेल में बंद था और उस पर ससुराल वालों ने दहेज के लिए हत्या का आरोप लगाया था। रहूई थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी और इस मुद्दे पर जांच जारी थी।

इस दरम्यान, 1 साल पूर्व में हुई मां की मौत और अब पिता की मौत के बाद पांच बच्चों का सिर से दोनों की साया उठ चुका है। बिहारशरीफ मंडल कारा के जेल अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि सांस लेने की तकलीफ होने पर रामातार पासवान को बिहारशरीफ सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां से उन्हें पावापुरी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, लेकिन इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा होगा। परिजनों का आरोप है कि जेल प्रबंधन ने समय पर सूचना नहीं दी, और इनका इलेज में लापरवाही की गयी है फ़िलहाल इसके बारे में जांच की जा रही है।