नालंदा के दीपनगर में भीम आर्मी (भारत एकता मिशन), आजाद समाज पार्टी (कांशीराम), और डॉ. भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच ने संयुक्त बैनर तले राजा महिषासुर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर शहादत दिवस मनाया और पुष्यमित्र शुंग का पुतला दहन किया।
इस अवसर पर संघर्ष विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल पासवान, प्रदेश अध्यक्ष रामदेव चौधरी, और भीम आर्मी (भारत एकता मिशन) सह आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के प्रदेश सचिव रंजीत कुमार चौधरी ने मिलकर महिषासुर को श्रद्धांजलि अर्पित की।
महिषासुर के चित्र पर पुष्प अर्पित करने से पहले, डॉ. भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच के प्रदेश अध्यक्ष रामदेव चौधरी ने बताया कि महिषासुर एक उदाहरणीय राजा थे जो गौ हत्या पर प्रतिबंध लागू करते थे और सभी को समानता में देखते थे। उन्हें लोकप्रिय बनाने के लिए मनुवादी विचारकों ने एक साजिश रची और एक महिला को उनके खिलाफ कुशलता से फंसाया गया। इसके परिणामस्वरूप, महिषासुर की हत्या हुई और उन्हें रक्षास का दर्जा दिया गया।
राजा महिषासुर के उदाहरणीय शासन के बारे में जानकर, लोगों को उनकी बड़ी और महत्वपूर्ण भूमिका का आभास हुआ। इसके बाद, डॉ. भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच ने राजा महिषासुर की श्रद्धांजलि अर्पित करने का निर्णय लिया।
इस समय पर, राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल पासवान, प्रदेश अध्यक्ष रामदेव चौधरी, और भीम आर्मी (भारत एकता मिशन) सह आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के प्रदेश सचिव रंजीत कुमार चौधरी ने मिलकर राजा महिषासुर को श्रद्धांजलि दी और इस महत्वपूर्ण दिन को समर्पित किया।
यह समारोह भी उन्होंने महान विचारक और समाजसेवी डॉ. भीमराव अंबेडकर के उद्धारणों के माध्यम से समृद्धि और समाज में समानता की महत्वपूर्णता को बताने का एक अद्भुत मौका प्रदान किया। उन्होंने इस अवसर पर शिक्षा, सामाजिक न्याय, और समानता के मुद्दों पर चर्चा की और लोगों को इन मूल्यों की सुरक्षा करने के लिए समर्थन करने के लिए प्रेरित किया।