सुशासन की सरकार में अपराधी भरमार है चाहे मुख्यमंत्री नितीश जी या फिर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी जी लाख वादे करे लेकिन अपराध तो कमने का नाम नहीं ले रहा है |
बिते दिन चोरी, डकैती और हत्या का केस तो आते ही रहते थे, लेकिन अब तो लगता है की जिस बिहार की सरकार सुशासन की बाते करते रहते है वही आमलोग यानि भोलीभाली जनता को जिंदगी जीना मुश्किल हो रहा है क्योकि देखा जाये तो आमलोग पहले से ही मौत एवं चोरी के डर के साये में जी रहे थे की अब इसी बिच मुख्यमंत्री गृह जिला या फिर कहे ज्ञान की धरती नालंदा साइबर फ्रॉडों के नाम से जाना पहचाना जाने लगा है.
ऐसा इसलिए कि यहां शायद ही कोई दिन हो जब स्थानीय या फ़िर दूसरे प्रदेशों की पुलिस साइबर ठगों की शिकायतें लेकर यहां गिरफ्तारी के लिए नहीं पहुंचती है. इसी क्रम में ज़िला मुख्यालय बिहारशरीफ़ के लहेरी थाना क्षेत्र स्थित न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में लहेरी पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर उपेंद्र राय के मकान में किराए पर पढ़ाई के लिए रह रहे छात्र को फेक कॉल के ज़रिए लॉटरी फंसने का झांसा देकर ठगी करने के आरोप में तीन लोगों को 15 स्मार्टफोन, एक लैपटॉप, 09 एटीएम, दो बाइक 04 सिम एवं 10300 रुपए नगद बरामद किया है.
गिरफ्तार आरोपियों में दो शेखपुरा ज़िला शेखोपुरसराय थाना क्षेत्र के मोहसिनपुर गांव निवासी दयाल पासवान का 25 वर्षीय पुत्र राजा कुमार और छोटेलाल राउत का 19 वर्षीय पुत्र गौतम कुमार जबकि जमुई ज़िला के चंद्रदीप थाना क्षेत्र अवगिला गांव निवासी बिंदु सिंह का 23 वर्षीय पुत्र चंचल कुमार शामिल है. जिसकी जानकारी सदर डीएसपी नूरुल हक़ ने अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता कर दी. फिल्हाल सभी गिरफ़्तार अपराधियों का इतिहास खंगाला जा रहा है. और आगे की कार्रवाई में जुट गई है…