ईडी ने दिल्ली में नौकरी के बदले जमीन घोटाले में बड़ी कार्रवाई की है, और इस केस में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद और उनके बेटे तेजस्वी यादव के सहयोगी और करीबी अमित कात्याल को गिरफ्तार किया है। यह खबर शनिवार को सामने आई है और अमित की गिरफ्तारी की पुष्टि हो चुकी है।
सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय जांच एजेंसी ने आरोपी कात्याल को शुक्रवार को हिरासत में लिया और उसके बाद गिरफ्तार कर लिया। इस से पहले, वह ईडी के समन की अनदेखी से बच रहा था, लेकिन अब उसका गिरफ्तार हो गया है।
सूत्रों के अनुसार, ईडी ने इस मामले में कात्याल की गिरफ्तारी के लिए दो महीने से पूरी तैयारी की थी। इसके बाद उसे हिरासत में लिया गया और पूछताछ के बाद उसको गिरफ्तार कर लिया गया है।
आरोपी कात्याल को लालू-तेजस्वी के करीबी माना जा रहा है और उसे स्थानीय अदालत में पेश किया जा सकता है, जहां ईडी उसकी हिरासत की मांग करेगी।
कात्याल एक समय में ‘ए के इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड’ के पूर्व निदेशक भी रहे हैं और इससे जुड़े हुए हैं। इस मामले में एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड को ‘लाभार्थी कंपनी’ बताया जा रहा है, और इसका पंजीकृत पता दिल्ली की न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित एक आवासीय इमारत है, जिसका इस्तेमाल तेजस्वी यादव ने किया था।
ईडी का आरोप है कि इस घोटाले में लालू के परिवार के सदस्यों को बड़ी रियायती दरों पर जमीन बेची गई थी, जो मौजूदा बाजार दरों के एक-चौथाई से पांचवें हिस्से तक थी। इसमें लालू प्रसाद, तेजस्वी यादव, उनकी बहनें और अन्य सदस्य शामिल थे।
सीबीआई ने इस मामले में दर्ज की गई शिकायत पर आधारित होकर धन शोधन निवारण अधिनियम की आपराधिक धाराओं के तहत ईडी को जांच करने का आदेश दिया था।