पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने नरेंद्र मोदी को तीसरी बार भारत का प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी है। नवाज शरीफ से पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी पीएम मोदी को बधाई दी थी। नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है। इस ऐतिहासिक अवसर पर पाकिस्तान के दो महत्वपूर्ण नेताओं की बधाई भारतीय राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है।
नवाज शरीफ का संदेश
नवाज शरीफ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के माध्यम से नरेंद्र मोदी को बधाई दी। उन्होंने लिखा, “तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर मोदी जी (@narendramodi) को मेरी हार्दिक बधाई। हाल के चुनावों में आपकी पार्टी की सफलता आपके नेतृत्व में लोगों के विश्वास को दर्शाती है। आइए हम नफरत की जगह उम्मीद को लाएं और दक्षिण एशिया के दो अरब लोगों की नियति को आकार देने के अवसर का लाभ उठाएं।” नवाज शरीफ का यह संदेश न केवल व्यक्तिगत बधाई है बल्कि दोनों देशों के संबंधों को सुधारने और एक बेहतर भविष्य की ओर कदम बढ़ाने की भी अपील है।
शहबाज शरीफ की प्रतिक्रिया
नवाज शरीफ से पहले, पाकिस्तान के वर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी नरेंद्र मोदी को बधाई दी थी। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा था, “भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के लिए नरेंद्र मोदी को बधाई।” शहबाज शरीफ का यह बयान भी दोनों देशों के संबंधों में एक सकारात्मक संकेत माना जा सकता है।
पीएम मोदी की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवाज शरीफ के बधाई संदेश पर जवाब देते हुए कहा कि भारत के लोग हमेशा शांति, सुरक्षा और प्रगतिशील विचारों के पक्षधर रहे हैं। यह संदेश भी दर्शाता है कि भारत अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंधों की दिशा में सकारात्मक कदम बढ़ाना चाहता है।
शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए पड़ोसी देशों के नेता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भारत के पड़ोसी देशों के शीर्ष नेताओं ने हिस्सा लिया। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’, श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे और सेशेल्स के उप राष्ट्रपति अहमद अफिफ ने इस भव्य समारोह में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इन नेताओं की उपस्थिति भारत के पड़ोसी देशों के साथ मजबूत संबंधों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
भारत-पाक संबंधों की वर्तमान स्थिति
भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध हमेशा से ही तनावपूर्ण रहे हैं। 5 अगस्त 2019 को भारतीय संसद द्वारा अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के बाद इस्लामाबाद ने नई दिल्ली के साथ अपने संबंधों को कमतर कर दिया था। तब से दोनों देशों के बीच संबंध सामान्य नहीं रहे हैं। भारत ने लगातार कहा है कि वह पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी जैसे संबंध चाहता है, लेकिन इसके लिए आतंकवाद और शत्रुता से मुक्त वातावरण आवश्यक है। इस्लामाबाद को इसके लिए जिम्मेदारी उठानी पड़ेगी।
भविष्य की संभावनाएँ
नवाज शरीफ और शहबाज शरीफ के बधाई संदेशों के बाद यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि दोनों देशों के बीच संबंधों में किस प्रकार का सुधार होता है। भारत और पाकिस्तान के बीच अच्छे संबंध न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि पूरे दक्षिण एशिया के लिए लाभकारी हो सकते हैं। आतंकवाद और हिंसा के मुद्दों को सुलझाकर, दोनों देश अपने नागरिकों के लिए एक सुरक्षित और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित कर सकते हैं।
नवाज शरीफ और शहबाज शरीफ के बधाई संदेशों ने एक नई उम्मीद जगाई है कि भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में सुधार हो सकता है। हालांकि, यह सुधार तभी संभव है जब दोनों देश मिलकर आतंकवाद और शत्रुता को समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाएँ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शांति और प्रगति पर बल देना इस दिशा में एक सकारात्मक संकेत है। अब यह दोनों देशों के नेताओं पर निर्भर करता है कि वे इस अवसर का कैसे लाभ उठाते हैं और दक्षिण एशिया के लोगों के लिए एक बेहतर भविष्य का निर्माण करते हैं।