नीट (NEET) परीक्षा पेपर लीक का मामला एक बार फिर से सुर्खियों में है। सुप्रीम कोर्ट आज इस मामले पर एक नई याचिका पर सुनवाई कर सकता है, जिससे छात्रों और उनके अभिभावकों के बीच अनिश्चितता का माहौल है। आइए जानते हैं कि पूरा मामला क्या है और क्या सुप्रीम कोर्ट नीट 2024 की परीक्षा रद्द कर सकता है?
मामला क्या है?
नीट-यूजी 2024 की परीक्षा 5 मई को आयोजित की गई थी। परीक्षा के बाद से ही पेपर लीक होने के दावे किए जाने लगे। इस पर विवाद बढ़ता गया और आखिरकार राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) को प्रेस रिलीज जारी करके सफाई देनी पड़ी। उन्होंने पेपर लीक की खबरों को झूठा करार दिया। लेकिन मामला यहीं नहीं थमा।
कुछ समय बाद पटना पुलिस ने पेपर लीक मामले में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनके खिलाफ FIR भी दर्ज की। पुलिस का कहना था कि बाप-बेटे ने मिलकर पेपर लीक की घटना को अंजाम दिया था। हालांकि, NTA ने इस FIR पर कोई विशेष प्रतिक्रिया नहीं दी। इसके बाद, नीट-यूजी 2024 की परीक्षा देने वाले 10 छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की, जिसमें परीक्षा रद्द करने की मांग की गई।
सुप्रीम कोर्ट का रुख
सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका पर सुनवाई करते हुए NTA को नोटिस जारी किया और जवाब मांगा। कोर्ट ने काउंसलिंग जारी रखने का आदेश दिया और अगली सुनवाई की तारीख 8 जुलाई निर्धारित की। सुप्रीम कोर्ट की वेकेशनल बेंच ने कहा कि एग्जाम की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाले मामलों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
फिजिक्स वाला के सीईओ का कदम
फिजिक्स वाला कोचिंग सेंटर के सीईओ अलख पांडे ने भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। उनका दावा है कि उनके पास पेपर लीक से जुड़े कई सबूत हैं, जिन्हें वे कोर्ट में पेश करेंगे। अलख पांडे का कहना है कि रिजल्ट जारी होने के बाद ये साफ हो गया है कि नीट परीक्षा में धांधली हुई है। उनका कहना है कि NTA ने कई बच्चों को बिना किसी वजह के ग्रेस मार्क्स दिए हैं।
संभावित फैसले की दिशा
सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर आज सुनवाई हो सकती है, लेकिन ये देखना महत्वपूर्ण होगा कि कोर्ट क्या निर्णय लेता है। अभी सुप्रीम कोर्ट में छुट्टियां चल रही हैं और सभी जज छुट्टी पर हैं। वेकेशनल बेंच द्वारा परीक्षा रद्द करने जैसा महत्वपूर्ण फैसला सुनाना मुश्किल है। ऐसे में संभावना है कि सुनवाई के दौरान अदालत इस मामले को जुलाई पर टाल दे और कोर्ट खुलने के बाद इस पर कोई संज्ञान लिया जाए।
परीक्षा रद्द होने की संभावना
कानूनी जानकारों के मुताबिक, परीक्षा रद्द होने की संभावना काफी कम है। सुप्रीम कोर्ट की वेकेशनल बेंच ऐसे बड़े और संवेदनशील मामलों में तत्काल निर्णय लेने से पहले सभी पक्षों की बात सुनना चाहती है। इसके अलावा, परीक्षा रद्द करने से लाखों छात्रों के भविष्य पर असर पड़ सकता है। इस मामले में कोर्ट का रुख बहुत ही संतुलित और समझदार होगा।
छात्रों के मन की स्थिति
इस पूरे विवाद के कारण छात्रों में काफी चिंता और अनिश्चितता है। वे अपने भविष्य को लेकर असमंजस में हैं और इस बात की उम्मीद कर रहे हैं कि कोर्ट का फैसला उनके पक्ष में आए। हालांकि, उन्हें यह भी समझना होगा कि कोर्ट का हर फैसला सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए ही लिया जाएगा।
नीट पेपर लीक मामला काफी गंभीर है और इस पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला महत्वपूर्ण होगा। हालांकि, फिलहाल परीक्षा रद्द होने की संभावना कम ही है। यह देखना होगा कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में क्या निर्णय लेता है और कैसे छात्रों के भविष्य को सुरक्षित रखते हुए न्यायिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाता है। जब तक सुप्रीम कोर्ट का अंतिम निर्णय नहीं आ जाता, तब तक छात्रों को संयम बनाए रखना चाहिए और अपने अध्ययन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।