न्यूज़क्लिक विदेशी फंडिंग मामले में नए मोड़ का पर्दाफाश हुआ है। दिल्ली पुलिस की जांच में पता चला है कि इस मामले में ISI (Inter-Services Intelligence) एजेंटों का भी रोल हो सकता है। यह सबकुछ चीन के बाद पाकिस्तान की ISI के साथ जुड़ते हुए है।
न्यूज़क्लिक विदेशी फंडिंग मामले में पहले से ही चीन के कनेक्शन का पता चला था। इसके अलावा, वह दो पत्रकार जिन्हें गिरफ्तार किया गया है, उनके रिमांड पेपर में भी पाकिस्तान कनेक्शन का जिक्र है।
न्यूज़क्लिक के शेयरहोल्डर गौतम नवलका का कनेक्शन पाकिस्तान की ISI एजेंट गुलाम नबी फाई से जुड़ा होने का आलेख मिला है। गौतम नवलका के पास न्यूज़ वेबसाइट का हिस्सा था और उसे गिरफ्तारी की जानकारी के बाद उसके फोन और लैपटॉप की छापेमारी की गई थी।
न्यूज़क्लिक विदेशी फंडिंग मामले में चीन के बाद पाकिस्तान की ISI का आना सामने यह सुझाव देता है कि यह मामला बेहद गंभीर है और भारत की सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है।
खुफिया एजेंसी ISI का एजेंट से कनेक्शन
न्यूज़क्लिक विदेशी फंडिंग मामले में खुफिया एजेंसी ISI के एजेंटों का संलग्न होना विचार करने लायक है। जानकारी के मुताबिक, गौतम नवलका का कनेक्शन पत्रकार प्रबीर पुरकायस्थ से है, जो रिमांड कॉपी और एफआईआर (Enforcement Directorate) में मेंशन है।
गौतम नवलका जो “पीपीके न्यूज़क्लिक स्टूडिय प्राइवेट लिमिटेड” के शेयरहोल्डर थे, का कनेक्शन गुलाम नबी फाई से जुड़ा होने का आलेख है।
रिमांड नोट और एफआईआर से जुड़े महत्वपूर्ण प्वाइंटर्स:
1. दिल्ली पुलिस के रिमांड नोट के मुताबिक, मामले में साजिश के तहत भारत में अवैध रूप से करोड़ों विदेशी पैसे का निवेश किया गया है, जिसका उद्देश्य भारतीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को बाधित करना है।
2. यूएसए की वर्ल्डवाइड होल्डिंग्स एलएलसी नाम की कंपनी से अप्रैल 2018 से “पीपीके न्यूज़क्लिक स्टूडिय प्राइवेट लिमिटेड” को अवैध तरीके से करोड़ों रुपये मिले हैं।
3. इस तरह के अवैध रूप से भेजे गए विदेशी फंड को कई संस्थाओं के माध्यम से चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के प्रचार विभाग के सदस्य नेविल रॉय सिंघम द्वारा दिया गया है।
4. जांच में पता चला है कि गौतम नवलखा, जो “पीपीके न्यूज़क्लिक स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड” के शेयरधारक हैं, भारत विरोधी और अबैध गतिविधियों में शामिल रहे हैं, जैसे कि सक्रिय रूप से प्रतिबंधित नक्सली संगठनों का समर्थन करना और ISI एजेंट गुलाम नबी फाई के साथ साजिश या षड्यंत्र करना है।
5. गौतम नवलखा वर्ष 1991 से प्रबीर पुरकायस्थ के साथ जुड़े हुए हैं, जब वे सागरिक प्रोसेस एनालिस्ट प्राइवेट लिमिटेड का व्यवस्थापन किया था।
6. इस तरह के अवैध रूप से भेजे गए विदेशी फंड को प्रबीर पुरकायस्थ और उसके सहयोगियों द्वारा निकाल लिया गया है, जिसका प्राधिकृत पेड न्यूज के माध्यम से झूठी कहानियों को फैलाने के लिए उपयोग किया गया है।
7. गुप्त सूचनाओं से यह भी मालूम चला है कि प्रबीर पुरकायस्थ, नेविल रॉय सिंघम, और इसी के स्वामित्व वाली शंघाई स्थित कंपनी स्टारस्ट्रीम के कुछ अन्य चीनी कर्मचारियों ने मेल का आदान-प्रदान किया है, जो अरुणाचल प्रदेश और कश्मीर को भारत का भाग नहीं दिखाने के उनके मनशुवो को उजागर करता है।
8. इन लोगों के ऐसे प्रयासों से वैश्विक और घरेलू स्तर पर यह कहानी फैलाने की उनकी साजिश का पता चलता है कि अरुणाचल प्रदेश और कश्मीर एक झगड़ालू क्षेत्र हैं।
9. भारत की उत्तरी सीमाओं के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप तथा मानचित्रों में अरुणाचल प्रदेश और कश्मीर को भारत के भाग के रूप में नहीं दिखाने का उनका प्रयास भारत की एकता और क्षेत्रीय अखंडता को कमजोर करने के उद्देश्य से किया गया काम है।
10. आरोपियों ने इस तरह की अवैध विदेशी फंडिंग के माध्यम से भारत के लोगों की आवश्यक आपूर्ति और सेवाओं को बाधित करने और किसानों के विरोध को लंबा करके संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की भी साजिश रची है।
11. इतना ही नहीं, कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए भारत सरकार के प्रयासों को बदनाम करने के लिए झूठी कहानी प्रचारित की गई है। साथ ही प्रबीर पुरकायस्थ ने 2019 के आम चुनावों के दौरान चुनावी प्रक्रिया को बाधित करने के लिए “पीपुल्स अलायंस फॉर डेमोक्रेसी एंड सेक्युलरिज्म” (पीएडीएस) नामक एक समूह के साथ साजिश रची थी।
12. यह भी पता चला है कि “पीपुल्स डिस्पैच पोर्टल,” जिसका स्वामित्व और रखरखाव “पीपीके न्यूज़क्लिक स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड” के पास है, उसे जानबूझकर एक साजिश के तहत गैरकानूनी रूप से भेजे गए विदेशी फंड के अरबो रुपये के बदले में पेड न्यूज के माध्यम से इन गलत कहानियों को फैलाने के लिए किया गया है।
13. ईडी द्वारा उनके ऑफिस से जब्त 5 हार्ड डिस्क में डेटा हासिल किया गया है, जिसमें प्रबीर पुरकायस्थ, अमित चक्रवर्ती और अन्य संदिग्धों के ईमेल डंप में कुल 4.27 लाख ईमेल शामिल हैं।
14. आरोपियों ने विदेशी फंड की आड़ में 115 करोड़ रुपए से ज्यादा हासिल किए हैं।
यह समाचार न्यूज़ वेबसाइट “न्यूज़क्लिक” के विदेशी फंडिंग मामले के संबंध में है, जिसमें ISI और चीन के साथ कनेक्शन का जिक्र है। इसके साथ ही, पाकिस्तान की ISI से भी जुड़े व्यक्तियों के बारे में जानकारी दी गई है। इसमें यह भी बताया गया है कि गौतम नवलखा का कनेक्शन पाकिस्तान की ISI एजेंट गुलाम नबी फाई से है।