गोगामेड़ी हत्याकांड के विवादों में एक नया चैप्टर खुला है, जिसमें सुखदेव सिंह को शूट करने के लिए विदेश भेजने का वादा किया गया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, शूटर रोहित राठौर और नितिन फौजी को विदेश में बुलाने का वादा करके उन्हें टोकन मनी भी दी गई थी। इसके बाद इन शूटर्स को कहा गया था कि हत्याकांड के बाद वे 20 दिन तक दक्षिण भारत में छुपे रहें और तब तक उनके पासपोर्ट और वीजा तैयार हों।

रोहित राठौर, जो एक रेप केस में जेल जा चुके थे, ने सुखदेव सिंह को उसी अपराध में जेल करवाने का आरोप लगाया था और उसे अपना शिकार बनाने का ठाना। इसके परिणामस्वरूप, सुखदेव और उसके दोस्तों को 20 दिनों तक दक्षिण भारत में छुपना पड़ा, और उनके पासपोर्ट और वीजा की तैयारी भी हो रही थी।

नितिन फौजी, जो सेना से छुट्टी पर आए थे और जिसपर किडनेपिंग का मामला लगा था, ने भी हत्या के बाद छुपने के लिए नवीन का सहारा लिया। इस हत्याकांड में भागीदारी करने वाले उधम सिंह ने भी नितिन फौजी के साथ फौजी की तैयारी की थी, लेकिन उनके और नितिन के बीच पिछले 4 सालों से कोई संपर्क नहीं था।

शूटर्स ने बिना तलाशी दिए सुखदेव के घर में प्रवेश किया, जिसके लिए उन्होंने नवीन का इस्तेमाल किया। हत्या करने के बाद वे नवीन को भी गोली मार दी, जब उन्होंने रोहित और नितिन को रोकने का प्रयास किया। इस घटना ने गोगामेड़ी हत्याकांड के मामले में नए आंधापंथिक रूप की खोली है और सुखदेव सिंह के विवादों में नए पहलुओं को सामने लाया है।