चिराग पासवान ने जनता दल यूनाइटेड (JDU) के नेता नीतीश कुमार के साथ सियासी बहस में एक बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने खरमास के बाद जनता दल यूनाइटेड में एक बड़ी टूट होने की संभावना को जताया है, इसके साथ ही वह नीतीश कुमार की सोच पर भी निशाना साधा है।

चिराग ने कहा कि नीतीश कुमार आजकल किसी और पार्टी के नेता को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं और खरमास के तुरंत बाद जनता दल यूनाइटेड में एक बड़ी टूट होगी। उन्होंने जनता दल यूनाइटेड में किसी दूसरे नेता की लीडरशिप को लेकर कोई बातचीत नहीं की है और कहा है कि JDU का कोई नेता बचेगा नहीं।

चिराग ने यह भी जताया है कि नीतीश कुमार ने जिस तरह से उनके पिता, लालू प्रसाद यादव, को अपमानित करने का प्रयास किया है, वह उदाहरण है कि नीतीश कुमार दलित विरोधी हैं। चिराग ने इसके अलावा नीतीश कुमार की आर्थिक सांठा में दलितों की विशेष योजनाओं को कम करने का आरोप भी लगाया है।

चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दलितों के प्रति अनुचित दृष्टिकोण को कड़ी भाषा में कटाक्षपूर्ण शब्दों के साथ खारिज किया है। उनका आरोप है कि नीतीश कुमार दलित समाज के साथ हमेशा छलावा करने का काम करते हैं और उनकी सोच अनुसूचित जाति विरोधी रही है।
चिराग पासवान ने यह भी उजागर किया है कि नीतीश कुमार ने अपने पिता के खिलाफ जनता के सामने किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया है, और वह इस पर उत्तर देने से भाग रहे हैं।

इसके अलावा, चिराग ने जनता दल यूनाइटेड की सांसदों को भी चुनौती दी है कि वे नीतीश कुमार की अनुचित सोच के खिलाफ आवाज उठाएं और जनता के साथ खड़े हों। उन्होंने जनता दल यूनाइटेड के सभी कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर नीतीश कुमार की अनुचित सोच का सामना करने का आह्वान किया है।
इस सभी बयानों के माध्यम से चिराग पासवान ने सीधे रूप से नीतीश कुमार की नीति, विचारधारा, और दलितों के प्रति उनके दृष्टिकोण को लेकर उठाए गए सवालों को उजागर किया है।