उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित सिलक्यारा सुरंग में फंसे बिहारी श्रमिकों को बुधवार को सुरक्षित बाहर निकाला गया है, जिन्हें हेलीकॉप्टर से ऋषिकेश AIIMS लाया गया है जहां उनका मेडिकल चेकअप हो रहा है। इस मुश्किल समय में एक श्रमिक ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रवैये पर आलोचना की है, कहा कि उन्हें हालत जानने वाले एक अधिकारी भेजा नहीं गया है।

सुरंग से निकले बिहार निवासी एक श्रमिक ने कहा कि उन्हें नीतीश कुमार ने किसी अधिकारी को भेजकर उनका हाल नहीं जाना, और न ही उनके घर पर हमारे परिजनों से सहानुभूति जताने के लिए संपर्क किया गया। उन्होंने नीतीश कुमार के रवैये पर निराशा जताई और कहा कि उन्हें नहीं पता कि उन्होंने क्या गलती की है।

मजदूरों को हेलीकॉप्टर से ऋषिकेश AIIMS लाया गया है, जहां उनका मेडिकल चेकअप हो रहा है। इन मजदूरों की हालत सामान्य बताई जा रही है, लेकिन सुरंग में दो हफ्ते से ज्यादा फंसे रहने के कारण संभावित स्वास्थ्य परेशानियों के मद्देनजर उन्हें एम्स ऋषिकेश लाया गया है।

सुरंग में फंसे श्रमिकों को बचाव अभियान के सफल होने के बाद, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कई बड़े ऐलान किए हैं। उन्होंने बताया कि सभी 41 श्रमिकों को उत्तराखंड सरकार 1-1 लाख रुपए की राहत राशि देगी और इन्हें कंपनियों से 15 या 30 दिन के लिए तनख्वाह काटे बिना अवकाश भी दिया जाएगा। साथ ही, बचाव अभियान में भाग लेने वाले सभी कर्मियों को भी 50 हजार रुपये देने का ऐलान किया गया है।
इस प्रकार, बिहारी श्रमिकों को सुरंग से निकालने के प्रयासों के बाद, उनकी निराशा और सीएम धामी की सम्मानित कदमों के बारे में इस समाचार में विस्तार से बताया गया है।