लालू यादव और नीतीश कुमार के बीच बिहार की राजनीति में नए घटनाक्रमों की शुरुआत हो रही है। लालू और नीतीश के बीच तल्खी की स्थिति में बदलाव हो गया है, जिसका परिणाम है कि नीतीश ने लालू के फोन तक उठाना बंद कर दिया है। लालू यादव ने पांच बार फोन किया है, लेकिन नीतीश ने किसी कॉल को रिसीव नहीं किया है। इसके अलावा, मुलाकात के लिए भी नीतीश ने समय नहीं दिया है। इससे लालू और नीतीश के बीच आत्मसमर्पण की बातें हो रही हैं।

बिहार में सीएम नीतीश कुमार की अलग कदम की समय समय पर खबरें आ रही हैं। इससे बिहार की राजनीति में कई सवाल उठ रहे हैं। बीजेपी, आरजेडी और जेडीयू की बैठक में नई राजनीतिक रणनीति की चर्चा हो रही है। इस दौरान लालू यादव ने नीतीश कुमार को पांच बार फोन किया, लेकिन उनका कॉल रिसीव नहीं हुआ। इससे खामोशी की दीवारें बन गई हैं।

बिहार में सियासी उफान चरम पर है, जहां सीएम नीतीश कुमार ने आपसी तलवारों का सामना कर रहे हैं। आरजेडी और जेडीयू की राहें जुदा हो गई हैं और बस ऐलान होना बाकी है। लेकिन इस दौरान लालू और नीतीश के बीच दुआ-सलाम तक बंद हो गई है। इस तरह के गठबंधन के बचाव में नजर आ रहे हैं, जिससे सीएम नीतीश कुमार का राजनीतिक मायला बदल सकता है।

बिहार के सीएम नीतीश कुमार और लालू यादव के बीच तलवारें चल रही हैं, जिससे यह बना हुआ है कि नीतीश ने लालू के फोन तक उठाना बंद कर दिया है। इससे नए राजनीतिक समीकरण उत्पन्न हो रहे हैं और बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ आ सकता है। इस स्थिति में लालू यादव की ओर से नीतीश कुमार के प्रति दोषारोपण की बातें बढ़ रही हैं और इससे विशेषकर युवा वर्ग के बीच में उनकी पॉपुलैरिटी पर भी असर हो सकता है।