मानसून की बारिश ने पहाड़ी राज्यों में भारी तबाही मचाई है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। इन राज्यों में भूस्खलन, फ्लैश फ्लड और सड़कों के बंद होने से लोग परेशान हैं। मौसम विभाग ने इन राज्यों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
अमरनाथ यात्रा रोकी गई
खराब मौसम को देखते हुए अमरनाथ यात्रा को फिलहाल रोक दिया गया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अमरनाथ यात्रियों के लिए विशेष एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी के अनुसार, अमरनाथ यात्री नेशनल हाईवे-44 पर सफर करते समय दोपहर एक बजे तक जिखैनी उधमपुर, 2 बजे तक चंद्रकोट रामबन और 3 बजे तक बनिहाल को पार कर सकते हैं। इसके बाद इन इलाकों में जाने की अनुमति नहीं मिलेगी। अगर किसी कारण से यात्री रास्ता पार नहीं कर पाते तो उनके वाहन जहां होंगे, वहीं रोक दिए जाएंगे और अगले दिन ही आगे जाने की अनुमति मिलेगी।
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर असर
उत्तराखंड में बद्रीनाथ नेशनल हाईवे पर भूस्खलन के कारण यात्रा बाधित हुई है। चमोली जिले के भनेरपानी, पुराना नगर पंचायत पीपलकोटी, कंचनगंगा, छिनका पागलनाला और हेलंग के पास पहाड़ दरकने से मलबा सड़क पर आ गया है। इसके चलते बद्रीनाथ गंगोत्री हाईवे समेत राज्य की करीब 100 से ज्यादा सड़कें ब्लॉक हो गई हैं। पिथौरागढ़ में काली नदी उफान पर बह रही है। रामगंगा, कोकिला और बहुला का जलस्तर बढ़ चुका है। मौसम विभाग ने पूरे प्रदेश में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है, जिसके चलते स्कूल और ऑफिस बंद कर दिए गए हैं। चारधाम यात्रियों को जहां हैं, वहीं रुकने के आदेश दिए गए हैं।
हिमाचल में मनाली-लेह हाईवे बंद
हिमाचल प्रदेश में बीती रात लाहौल-स्पीति जिले में मनाली-लेह हाईवे पर जिंगजिंगबार में फ्लैश फ्लड आया। इस बाढ़ में हाईवे पर खड़े ट्रक और बाइक मलबे की चपेट में आ गए। कमांडिंग ऑफिसर मेजर रवि शंकर ने इस घटना की पुष्टि की और बताया कि बाढ़ के कारण मनाली-लेह नेशनल हाईवे बंद कर दिया गया है।
शिमला में स्थिति गंभीर
शिमला में भारी बारिश का पानी घरों में घुस गया है। सड़कों पर मलबा, पत्थर और पेड़ गिरे हुए हैं। 70 से ज्यादा सड़कें ब्लॉक हैं और 200 से ज्यादा बिजली के ट्रांसफार्मर ठप हो चुके हैं। पेयजल योजनाओं में गाद भर गई है, जिससे पानी की सप्लाई बाधित हो गई है। मौसम विभाग ने 6 जिलों मंडी, शिमला, सिरमौर, कांगड़ा, कुल्लू और किन्नौर में बाढ़ आने की चेतावनी जारी की है। लोगों को नदियों और नालों से दूर रहने की सलाह दी गई है। लाहौल-स्पीति को छोड़कर बाकी प्रदेश में आंधी-तूफान आने की संभावना है।
लोगों के लिए सावधानी और सलाह
मौसम विभाग ने 10 जुलाई तक तीनों पहाड़ी राज्यों में भारी से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। स्थानीय लोगों और टूरिस्टों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है कि वे इन तीनों राज्यों के ट्रिप पर न जाएं और खराब मौसम से अपना बचाव करें।
प्रशासन की तैयारी और इंतजाम
प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य जारी हैं। सड़कों से मलबा हटाने के लिए मशीनों का उपयोग किया जा रहा है। प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
मानसून की भारी बारिश ने पहाड़ी राज्यों में आफत मचाई हुई है। अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है, बद्रीनाथ नेशनल हाईवे ब्लॉक है, और हिमाचल प्रदेश में 70 से ज्यादा सड़कें बंद हो चुकी हैं। मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए लोगों को सावधान रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है। प्रशासन द्वारा राहत कार्य जारी हैं, लेकिन जनजीवन अभी भी बुरी तरह प्रभावित है।