बिहारशरीफ प्रखंड के मुरौरा पंचायत के मुरौरा गांव में अवस्थित पैक्स बैंक में ग्रामीणों का पैसा घोटाला करने का मामला सामने आया है, इस मामले में ग्रामीणों ने पैक्स बैंक का घेराव करते हुए अपने पैसे की मांग की । इसके पीछे की कहानी को समझने के लिए हमें पैक्स के प्रबंधकों से बातचित करने की जरूरत हैं।
मुरौरा के ग्रामीणों का कहना हैं कि
मुरौरा के ग्रामीणों का कहना है की हम पिछले चार महीनो से बैंक के चक्कर काट रहे है | मामला कुछ ग्रामीण किसानो का है, ग्रामिण किसान खेतों से पैसा इकट्ठा किये थे।वे कृषि सामग्री खरीदने के लिए वे पास के पैक्स बैंक में पैसे जमा किये थे। इसके अलाबा और वे अपनी खेतों के उत्पादों को पैक्स में बेचकर कुछ पैसे इकठ्ठा किये थे। जब ग्रामीणों अपनी धनराशि प्राप्त करने के लिए पैक्स प्रबंधक के पास गए, तो उन्हें टालमटोल की रवैया का सामना करना पड़ा।और इससे ग्रामीणों के बीच नाराजगी और हंगामा बढ़ गया।
इसका परिणामस्वरूप, लाभुकों अब अपनी ग्रामीणों को गठित कर रहे हैं यह स्थिति लाभुकों के लिए न केवल आर्थिक तनाव का कारण बन गई, बल्कि पैक्स प्रबंधक ने उनके विश्वास पर भी धोखा दिया है।
जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने क्या कहा
इस मामले की सूचना जब जिलाधिकारी शशांक शुभंकर को मिली तो उन्होंने मामले को संज्ञान में लिया और जाँच का भरोसा देते हुए बताये की जाँच के बाद जो भी आरोपी साबित होंगे उनपर उचित करवाई होगी।
इस मामले में बैंक प्रबधक से पूछा गया तो
वंही ग्रामीणों का कहना है की अगर दोषियो पर करवाई नहीं हुई तो हमलोग आंदोलन करेंगे। वंही इस मामले में बैंक प्रबधक से पूछा गया तो बताये की बीते कुछ महीनो से यह बैंक पैक्स अध्यक्ष के द्वारा चलाया जा रहा था। उनके द्वारा ग्रामीणों को लोन दिया गया था उस लोन को बसूली नहीं होने के कारण ग्राहकों का पैसा नहीं दिया जा रहा है
अब स्थानीय प्रशासन और न्यायिक प्रक्रिया के माध्यम से इस मामले का गहराई से जांच की जाए और ग्रामीणों को उनके पैसा दिलाने में सहायता प्रदान की जाए। तथा इस घटना से यह स्पष्ट होता है की प्रशासन को ग्रामीण इलाके के छोटे बैंको को निगरानी में रखे ताकि आये दिनों इस तरह की घटना को रोका जा सके।