मुश्किलों से तय तारीख पर पाकिस्तान में चुनाव हुए और इसके बाद ही मतगणना यानी काउंटिंग में देरी हुई। अब गठबंधन बनाने में देरी हो रही है और शपथ कब होगी, किसकी होगी यह कुछ सही से पता नहीं है। इसी बीच पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा में दोबारा मतगणना कराई गई, लेकिन इस बार भी दो राजनीतिक दलों के बीच घमासान मच गया। दो दलों के समर्थकों के बीच खूनी झड़प में दो लोगों की मौत हो गई और 14 लोग घायल हो गए।

मिली जानकारी के अनुसार कराची की सीमा से लगते औद्योगिकी शहर हब में निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय के बाहर बलूचिस्तान आवामी पार्टी (बीएपी) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के समर्थकों के बीच झड़प हुई। 8 फरवरी को हुए चुनाव में बीएपी को मुहम्मद सालेह भूटानी ने अनौपचारिक नतीजे घोषित होने के बाद जीत का दावा किया था, लेकिन पीपीपी के अली हसन जहरी ने पुनः मतगणना कराने की मांग की थी।
चुनाव आयोग ने दिया था दोबारा काउंटिंग का आदेश, और इसके बाद पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने पुनः मतगणना का आदेश दिया था। हब के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मंजूर अहमद बुलेदी ने पत्रकारों से कहा, “बुधवार को पुनः मतगणना होने के दौरान झड़प हुई और दोनों उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच लड़ाई शुरू हो गई।” झड़प के दौरान गोलियां चलायी गईं, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और 14 अन्य घायल हो गए।

पीपीपी समर्थकों ने किया बड़ा दावा और बताया कि यह नतीजों की घोषणा में देरी करने की साजिश है। जाम गुलाम कादिर मेमोरियल हॉस्पिटल के एक चिकित्सक ने बताया कि घायलों और मारे गए दो लोगों को कई गोलियां लगी थीं। बुलेदी ने बताया कि हालात पर काबू पाने के लिए फ्रंटियर कोर को बुलाया गया। बलूचिस्तान प्रांत में पिछले सप्ताह हुए आम चुनाव के बाद से अशांति बनी हुई है।