पाकिस्तान में इन दिनों हालात बहुत ख़राब चल रहे हैं। जहां एक और पाकिस्तान कर्ज में डूबा हुआ है तो वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान की सरकार की हालत भी ख़राब बनी हुई है। पाकिस्तान में अगले तीन महीने के भीतर आम चुनाव होने की उम्मीद है। लेकिन इसके पहले ही प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अगुवाई में गठबंधन सरकार नेशनल असेंबली भंग करने पर तुली हुई है।
इस दिन भंग करेंगे संसद
जानकारी के मुताबिक, शहबाज शरीफ की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा होने से कुछ दिन पहले ही 8 अगस्त को नेशनल असेंबली (संसद का निचला सदन) को भंग करने पर सहमत हो गए हैं। मंगलवार को इस बारे में जानकारी दी गई है। बता दें नेशनल असेंबली का पांच साल का मौजूदा संवैधानिक कार्यकाल अगले महीने की 12 तारीख को खत्म होने वाला है। इसके पहले ही 8 अगस्त को सरकार में दो प्रमुख गठबंधन सहयोगी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) नेशनल असेंबली को भंग करने पर सहमत हो गए हैं। इसका साफ़ तौर से ये मतलब है कि मौजूदा सरकार अपना कार्यकाल खत्म होने से पहले ही कार्यवाहक सरकार को सत्ता सौंप रही है।
उठ रहे सवाल
पाकिस्तान में अब गठबंधन सरकार के इस बड़े फैसले को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं कि आखिर जब 12 अगस्त को मौजूदा सरकार का कार्यकाल खत्म हो रहा है तो इससे पहले ही संसद भंग क्यों की जा रही है? लेकिन पीएमएल-एन पार्टी के नेतृत्व वाले पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) गठबंधन का मानना है कि नेशनल असेंबली को भंग करना उसके लिए फायदेमंद साबित होगा।