Paris Olympics 2024 में आज बिहार की भाजपा विधायक और अर्जुन अवार्डी अंतरराष्ट्रीय शूटर श्रेयसी सिंह अपनी चुनौती पेश करती हुई नजर आएंगी। वह पहली बार ओलंपिक में हिस्सा ले रही हैं और उन्हें मेडल जीतने का दावेदार भी माना जा रहा है। इससे पहले भी वह कई बार भारत के लिए विभिन्न टूर्नामेंट में मेडल जीत चुकी हैं। श्रेयसी सिंह बिहार के जमुई जिले की विधायक हैं और शूटिंग के शॉटगन ट्रैप स्पर्धा में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। इस महत्वपूर्ण मुकाबले का आयोजन आज दोपहर में किया जाएगा।
राजनीतिक और खेल जीवन की शुरुआत

श्रेयसी सिंह ने वर्ष 2020 में बिहार का विधानसभा चुनाव भाजपा के टिकट पर लड़ा था। यह उनका पहला चुनाव था, जिसमें उन्होंने आरजेडी के प्रत्याशी विजय प्रकाश को 41049 वोट के अंतर से हराया था। श्रेयसी सिंह ने कुल 79603 वोट बटोरकर यह चुनाव अपने नाम किया था। उनके पिता स्व. दिग्विजय सिंह और मां पुतूल कुमारी भी राजनीति में सक्रिय रहे हैं, जिसके चलते उन्हें राजनीति विरासत में मिली है। इसके साथ ही, शूटिंग का शौक भी उन्हें विरासत में मिला है। उनके पिता और दादा दोनों ही शूटिंग के शौकीन थे और फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष भी रह चुके थे।
शूटिंग में श्रेयसी सिंह की उपलब्धियां

श्रेयसी सिंह ने अब तक भारत के लिए कई महत्वपूर्ण मेडल जीते हैं। उन्होंने 2018 में गोल्डकोस्ट में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीता था। इसके पहले उन्होंने 2014 में ग्लॉसगो में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में डबल ट्रैप की स्पर्धा में रजत पदक, और 2014 में ही एशियन गेम्स की शूटिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। इसके अलावा 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स में रजत और 2018 के राष्ट्रमंडल खेल में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। इन अद्वितीय उपलब्धियों के लिए उन्हें भारत सरकार द्वारा अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
श्रेयसी सिंह का योगदान और महत्व

श्रेयसी सिंह का ओलंपिक्स में भाग लेना न केवल बिहार के लिए गर्व की बात है, बल्कि पूरे भारत के लिए भी एक महत्वपूर्ण घटना है। वह बिहार की पहली एथलीट हैं जो ओलंपिक में हिस्सा ले रही हैं और इसके साथ ही वह भारत की ओर से ओलंपिक में जगह बनाने वाली पहली जनप्रतिनिधि भी बन गई हैं। यह उनके कठिन परिश्रम और दृढ़ संकल्प का परिणाम है।
पेरिस ओलंपिक्स में आज का मुकाबला
आज का मुकाबला श्रेयसी सिंह के लिए और उनके समर्थकों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने अपने खेल जीवन में कई कठिनाइयों का सामना किया है और उन्हें पार किया है। आज के मुकाबले में उनकी जीत न केवल उनके करियर में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगी, बल्कि यह भारत के खेल इतिहास में भी एक गौरवशाली अध्याय जोड़ेगी।
भविष्य की दिशा

श्रेयसी सिंह के ओलंपिक्स में भाग लेने और संभावित पदक जीतने से बिहार और भारत में खेलों को एक नई दिशा मिलेगी। इससे युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी और वे भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने देश का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित होंगे। श्रेयसी सिंह की सफलता यह सिद्ध करेगी कि एक खिलाड़ी और एक जनप्रतिनिधि दोनों के रूप में उत्कृष्ट प्रदर्शन करना संभव है।
Paris Olympics 2024 में आज श्रेयसी सिंह की चुनौती और उनके मुकाबले की प्रतीक्षा हर किसी को है। उनकी कठिन मेहनत और समर्पण ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है और हम सभी को उम्मीद है कि वह अपने शानदार प्रदर्शन से देश का नाम रोशन करेंगी। यह उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण क्षण है और हमें गर्व है कि वह भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। श्रेयसी सिंह की सफलता न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का विषय होगी।