पटना जंक्शन पर SSB (सशस्त्र सीमा बल) के जवान और RPF (रेलवे पुलिस बल) के बीच में हुआ तू-तू-मैं-मैं, जो मामला पूर्व मध्य रेलवे के महत्वपूर्ण स्टेशनों में शामिल पटना जंक्शन पर वाकई एक गम्भीर मामला था। इस मामले की पूरी घटना
आज सुबह सुबह, पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन पर SSB जवानों की एक टीम अपनी ड्यूटी के लिए रवाना होने के लिए स्टेशन पहुंची। वे अपने साथ एक पूरी लाव लस्कर को लेकर आए थे, जिसमें बटालियन की गाड़ियां और अन्य सामग्री भी शामिल थी। इसके बाद, RPF के जवानों और SSB के जवानों के बीच गाड़ी को हटाने के मामले पर विवाद उत्पन्न हुआ। दोनों दलों के बीच माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया।
इस मामले की जानकारी बड़ी अधिकारी तक पहुंची जब वह लोग पटना जंक्शन पहुंचे, और अब यह मामला जांचा जा रहा है। पटना जंक्शन के इंस्पेक्टर ने इस मामले को संभाला और विवाद को शांत करने का प्रयास किया।
बताया जा रहा है कि, इस मामले को लेकर पटना जंक्शन में एक बड़ी घटना घटी जब सुबह सुबह ही छावनी में 10 गाड़ियों के साथ 500 पोस्ट जवान पहुंचे। इसके परिणामस्वरूप, रेल यात्रियों को आवागमन में परेशानी होने लगी, और आरपीएफ की टीम ने एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) की टीम को गाड़ी साइड में हटाने के लिए कहा। यह स्थिति गंभीर हो गई और दोनों दलों के बीच झगड़ा शुरू हो गया।
इसके बावजूद, SSB के जवान ने झगड़ा करने से पीछे नहीं हटे। इसके बाद आला अधिकारियों ने आकर्षित करने का प्रयास किया और मामले को शांत किया।
पटना जंक्शन के इंस्पेक्टर ने बताया कि SSB की कुछ कंपनियों की एक टीम कहीं जा रही है, जिसके पास इतनी गाड़ियां हैं कि स्टेशन के अंदर या बाहर कोई भी सामान्य पैसेंजर स्टेशन में आवागमन नहीं हो सकता। उन्होंने इन लोगों को यही कहा कि वे अपनी गाड़ियों को तरीके से लगा लें, लेकिन यह लोग बदतमीजी करने लगे। इसके बजाय, इस मामले को सुलझाने के बजाय वे तनाव फैलाने में जुट गए।
इस पूरे मामले से साफ़ होता है कि सहयोग और साहसिकता की जरूरत है, विवादों को सुलझाने के लिए हमें समझदारी से काम करना चाहिए, और आपसी समझदारी को बढ़ावा देना चाहिए, जिससे हमारे सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा और शांति बनी रह सके।