पटना के BPSC कार्यालय के सामने हंगामा मचा हुआ है, जहां शिक्षक भर्ती की कट ऑफ लिस्ट को जारी करने की मांग कर रहे अभ्यर्थियों ने अपने शांतिपूर्ण एक विरोध प्रदर्शन किया है।
इस हंगामे के दौरान, अभ्यर्थियों के नेता दिलीप को पुलिस ने हंगामे को शांति से सुलझाने के लिए खदेड़-खदेड़कर बाहर निकाला है। इस मुद्दे पर अभ्यर्थियों ने अपनी मांगों को लेकर BPSC कार्यालय के सामने एकत्र हो जाने का निर्णय लिया था। उनका कहना है कि कट ऑफ लिस्ट जल्दी जारी की जाए ताकि उन्हें अपनी स्थिति का पता चल सके और वे अगले चरण में अच्छी तैयारी कर सकें।
दरअसल मामला यह है की कुछ दिनों पहले BPSC ने शिक्षक भर्ती का रिजल्ट घोसित किया था | जिससे नाराज चल रहे छात्र ने बताया की रिजल्ट में भरी मात्रा में गड़बड़ी हुई है जिसके चलते हमलोग ने यह निर्णय लिया है की हमे अपने मार्क्स की पारदर्शिता कराये ताकि हमे यह पता चले की रिजल्ट का कटऑफ कितना है और हमे कितना परिश्रम करने के आवश्कता है इसलिए हमलोगो ने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन आयोजन किया है ताकि सरकार एवं विभाग हमारी समस्या को सुने और उसका त्वरित निदान करे |
यह विरोध प्रदर्शन पहले शांतिपूर्ण था, लेकिन बाद में हंगामे की बढ़ती गति ने सुरक्षाबलों को हस्तक्षेप करने का मौका दिया। पुलिस ने अभ्यर्थियों के नेता दिलीप को हंगामे को शांति से सुलझाने के लिए बाहर निकाला। इस घटना के परिणामस्वरूप, कई अभ्यर्थियों ने अपनी चिंता और आपसी विरोध को व्यक्त करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्मों पर भी अपनी आवाज बुलंद की है।
इसके बावजूद, स्थानीय प्रशासन और पुलिस अब इस मामले को शांति से सुलझाने के लिए कड़ी कदम उठा रहे हैं और अभ्यर्थियों को उनकी मांगों के साथ समझाने का प्रयास कर रहे हैं।
यह प्रकरण दिखा रहा है कि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी और अस्पष्टता के कारण अभ्यर्थियों के बीच आवेग बढ़ रहा है और वे अपने अधिकारों की सुनिश्चितता की मांग कर रहे हैं।