प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बातचीत करते हुए अल-अहली अस्पताल में ब्लास्ट में नागरिकों की जान जाने पर अपनी संवेदना प्रकट की है। इस समय इजरायल और हमास के बीच तनाव है और इसके कारण हजारों लोगों की जान जा चुकी है। गाजा के अस्पतालों में हुए हमलों के कारण कई लोगों की मौत हो गई है और इसमें से 500 से अधिक लोगों की जान गई है।

पीएम मोदी ने गुरुवार को फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से फोन पर बातचीत की और उनके साथ नागरिकों की मौत पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि भारत हमेशा मानवीय आधार पर सहायता करता है और इस संदर्भ में भी मदद का विश्वास दिखाया है। प्रधानमंत्री ने बातचीत के दौरान गाजा क्षेत्र में चल रहे आतंकवाद, हिंसा और सुरक्षा की चुनौतियों पर चिंता व्यक्त की और इसके साथ ही इजरायल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे मुद्दे पर भी बातचीत की। पीएम मोदी ने अपने एक्स अकाउंट के माध्यम से इस बयान को ट्वीट किया है।

“फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की। गाजा के अस्पताल में हुए हमले में नागरिकों की मौत पर दुख प्रकट किया। भारत की और से मदद का विश्वास दिया है। हमास और इजरायल के बीच चल रहे युद्ध में दोनों ओर से 4 हजार से अधिक लोगों की जान गई हैं।” जानकारी के अनुसार, 17 अक्टूबर की रात को गाजा के अल-अहली अस्पताल पर रॉकेट से हमला किया गया था, जिसमें 500 से अधिक लोगों की जान गई है।
फिलिस्तीन ने इस हमले के लिए इजरायल को दोषी ठहराया है, जवाब में इजरायल ने इसे खारिज कर दिया और बताया कि हमला हमास के मिसाइल फैलने की वजह से हुआ।
इस घड़ी में पीएम मोदी ने फिलिस्तीन के साथ सध्यास्थित मुद्दों पर भारत की दृष्टि को बयान किया और विश्व में भारत की भूमिका में मजबूती दिखाई है।”