प्रशांत किशोर एक जाने-माने भारतीय राजनीतिक रणनीतिकार हैं जिन्होंने भारतीय राजनीति में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनका जन्म 20 मार्च 1977 को बिहार के रोहतास जिले में हुआ था और उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा बक्सर जिले में हासिल की।
प्रशांत किशोर ने अपने करियर की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र (UNO) में की, जहाँ उन्होंने आठ साल तक अंतरराष्ट्रीय राजनेताओं के राजनीतिक रणनीतिकार के रूप में काम किया। इसके बाद, 2013 में उन्होंने सिटीजन्स फॉर एकाउंटेबल गवर्नेंस (CAG) नाम से एक मीडिया और प्रचार कंपनी बनाई। इसी कंपनी के माध्यम से उन्होंने 2014 के आम चुनाव में नरेंद्र मोदी के लिए इनोवेटिव मार्केटिंग और एडवर्टाइजिंग कैंपेन तैयार किया, जिसमें चाय पे चर्चा, 3डी रैलियां, रन फॉर यूनिटी, मंथन और सोशल मीडिया के कार्यक्रम शामिल थे।
2015 में, प्रशांत किशोर ने इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (I-PAC) के साथियों के साथ बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इलेक्शन कैंपेन और स्ट्रेटजी की जिम्मेदारी संभाली। उनकी रणनीति और “नीतीश के निश्चय: विकास की गारंटी” के नारे ने नीतीश कुमार को जीत दिलाई और किशोर को अपना सलाहकार बनाया गया।
2016 में, कांग्रेस ने पंजाब विधानसभा में चुनावी रणनीति तैयार करने के लिए प्रशांत किशोर को नियुक्त किया। उनके मार्गदर्शन में कांग्रेस ने 2017 में पंजाब विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की। हालांकि, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में कांग्रेस को सफलता नहीं मिल सकी।
प्रशांत किशोर ने 2017 में वाईएस जगनमोहन रेड्डी के चुनावी अभियानों की रणनीति बनाई और वाईएसआरसीपी ने 2019 के आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में 175 सीटों में से 151 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की।
2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर आम आदमी पार्टी के चुनावी रणनीतिकार थे। उनके मार्गदर्शन में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटें जीतकर भारी बहुमत हासिल किया।
2021 में, प्रशांत किशोर ने तृणमूल कांग्रेस के सलाहकार के रूप में ममता बनर्जी को 294 सीटों में से 213 सीटों पर जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा, उन्होंने DMK प्रमुख एम के स्टालिन के लिए रणनीति बनाई और DMK ने 159 सीटों के साथ चुनाव जीता, जिससे स्टालिन पहली बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बने।
प्रशांत किशोर की रणनीति और प्रबंधन के कौशल ने उन्हें भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है। उनकी सफलताओं की कहानी उनकी मेहनत, अनुभव और रणनीतिक सोच का प्रमाण है।