राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा OCI (ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया) कार्ड के संबंध में किया गया बड़ा ऐलान भारतीय मूल के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। इस ऐलान के माध्यम से OCI कार्ड के फायदे और इसका महत्व सामान्य जनता तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। OCI कार्ड के लाभ और इसका असली मतलब क्या है, इसके बारे में जानने के लिए हमें इस कार्ड के महत्व को समझने की आवश्यकता है।
OCI कार्ड का मतलब है ‘ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया’। यह एक विशेष कार्ड है जो भारतीय मूल के लोगों को विदेश में रहते हुए भारतीय नागरिकता के साथ जोड़ता है। इसका मतलब यह है कि वे अपनी भारतीय पहचान को बनाए रख सकते हैं और भारत आने जा सकते हैं बिना किसी वीजा की आवश्यकता के। OCI कार्ड के प्राप्तकर्ताओं को भारत आने के लिए वीजा की जरूरत नहीं होती है। इसके अलावा, OCI कार्डधारक भारत में काम करने, विद्या प्राप्त करने और व्यापार करने की अनुमति भी प्राप्त कर सकते हैं।
OCI कार्ड का अस्तित्व भारत सरकार ने 2006 में किया था। पहले भारत सरकार ने PIO (पर्सन ऑफ इंडियन ओरिजिन) कार्ड का प्रावधान किया था, जो कि विदेश में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों को दिया जाता था। लेकिन 2015 में भारत सरकार ने PIO कार्ड की जगह OCI कार्ड का प्रावधान शुरू किया। OCI कार्ड के धारक भारत की नागरिकता को छोड़कर भी भारत से जुड़े रहते हैं और अपने भारतीय मूल के प्रति अपनी आस्था और सम्मान को साकार करते हैं।
ओसीआई कार्ड के लाभों में से एक यह है कि यह भारत में निवास करने के लिए आसानी प्रदान करता है। इसके अलावा, यह विदेश में भारतीय संस्कृति और विरासत को बचाए रखने में मदद करता है और भारतीय मूल के लोगों को अपनी मूल्यवान भारतीय पहचान को बनाए रखने में सहायक होता है। इसके साथ ही, OCI कार्डधारक भारत में काम करने और विद्या प्राप्त करने की सुविधा को भी प्राप्त कर सकते हैं। यह कार्ड भारतीय मूल के लोगों को उनकी मातृभूमि के साथ जोड़ता है और उन्हें अपने पूर्वजों की भूमि से जोड़कर रखता है।
इस प्रकार, OCI कार्ड भारतीय मूल के लोगों को विदेश में रहते हुए भारत की नागरिकता के साथ जोड़ता है और उन्हें अपने मूल्यवान भारतीय पहचान को बनाए रखने में सहायक होता है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो भारतीय मूल के लोगों को उनके सम्बन्ध और आस्था को समेटने में मदद करता है।