पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कांग्रेस को ‘पुरानी फिएट कार’ कहकर कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व और उसके व्यवहार को ताना दिया है। उन्होंने इस उपाय के माध्यम से अपनी आपत्ति व्यक्त की और कहा कि कांग्रेस ने व्यापारिक कार्यक्रमों और राजनीतिक उपायों में कोई नईता नहीं दिखाई है, जिससे वह उन्हें ‘पुरानी फिएट कार’ के रूप में उपलब्ध कराया। इसके साथ ही, भगवंत मान ने राहुल गांधी की यात्रा को भी लेकर तीखे टिप्पणियाँ की और उनके संबंध में सवाल उठाए।
भगवंत मान ने पंजाब विधानसभा में एक ताला तोड़कर विधानसभा के स्पीकर को उपहार के रूप में दिया और कहा कि यह ताला और चाबियां विधानसभा के दरवाजे पर रखी जानी चाहिए ताकि विपक्ष सदन से बाहर न जा सके और सच्चाई को सुन सके। इस संदर्भ में, उन्होंने कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व को पुरानी सोच के साथ जुड़ा और उन्हें ‘पुरानी फिएट कार’ के समान वर्णन किया।
मान ने अपने बयान में कहा कि वे अखिलेश यादव से मिले थे, जो कि उन्हें बताए गए कि कांग्रेस की आवश्यकता है और वह उत्तर प्रदेश में एक सीट मांग रही है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने कांग्रेस के व्यवहार को साधारणतः समीक्षा की और उन्हें उसे अद्यतन करने की आवश्यकता है कहा। मान ने आगे कहा कि वास्तव में, कांग्रेस फिएट कार की तरह है जो अपडेट नहीं किया जा सकता।
इसके अलावा, भगवंत मान ने कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को भी निशाना साधा और उनके द्वारा गुजरात और छत्तीसगढ़ में आयोजित यात्रा को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब संसद के बजट सत्र के दौरान प्रधानमंत्री का संबोधन हो रहा था, तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता छत्तीसगढ़ में अपनी यात्रा में व्यस्त थे। मान ने कहा कि बजट सत्र के दौरान प्रधानमंत्री का संबोधन होना चाहिए था, लेकिन उनके मुख्य वक्ता छत्तीसगढ़ के जंगलों में घूम रहे थे। इस संदर्भ में, मान ने राहुल गांधी की कार्यवाही पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें यहां और कौन सी यात्रा की आवश्यकता है?
अतीत की तुलना में, भगवंत मान ने कांग्रेस को उसके अप्रभावी कार्यक्रमों के लिए आलोचित किया और उसे सभी दिशाओं से उनके सुधार की आवश्यकता का तोप किया। उन्होंने विपक्षी दलों को भी चुनौती दी और कहा कि वे उन्हें बाहर नहीं जाने देंगे, ताकि उन्हें सच्चाई सुनने का मौका मिले। यह बयान उनके द्वारा किए गए चाबी के उपहार के साथ और भी गहराई में जा सकते हैं, क्योंकि यह विपक्ष के नेताओं को आगे बढ़ने से रोकते हैं और सरकार की सच्चाई को उजागर करते हैं।