भारत और बांग्लादेश के बीच की सीमा पर तनावपूर्ण स्थिति के चलते सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बांग्लादेश में हुई हिंसक झड़पों और प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद, भारत-बांग्लादेश सीमा पर ‘हाई अलर्ट’ जारी कर दिया गया है। बीएसएफ ने उत्तर 24 परगना जिला और सुंदरबन इलाकों में सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ा दी है। इस बीच, अरुणाचल प्रदेश समेत पूर्वोत्तर के राज्यों में भी अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।
बीएसएफ की तत्परता
बीएसएफ के कार्यवाहक महानिदेशक (डीजी) दलजीत सिंह चौधरी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को पश्चिम बंगाल से सटे बांग्लादेश बॉर्डरों का दौरा किया। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल ‘फ्रंटियर’ के प्रवक्ता ने कहा कि बांग्लादेश में हिंसक झड़प के बाद भारत-बांग्लादेश सीमा पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। फिलहाल बॉर्डर पर स्थिति नियंत्रण में है और किसी भी अप्रत्याशित घटना से निपटने के लिए सतर्कता बरती जा रही है।
पश्चिम बंगाल की सुरक्षा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बांग्लादेश के हालिया घटनाक्रम पर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक पार्टी के नेता किसी तरह का भड़काऊ बयान या सोशल मीडिया पोस्ट न करें। उन्होंने कहा कि इस संवेदनशील मसले पर केंद्र सरकार एक्शन में है, हमें बंगाल और देश में शांति बनाए रखनी है।
दिल्ली-NCR में सुरक्षा
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना देर शाम गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर उतरीं हैं। उनके एनसीआर में आने के बाद दिल्ली पुलिस ने चाणक्य पुरी स्थित बांग्लादेशी दूतावास की सुरक्षा कड़ी कर दी है। इसके अलावा दिल्ली और यूपी पुलिस ने NCR के ऐसे इलाके जहां बांग्लादेशी लोग रहते हैं, वहां गश्त बढ़ा दी है। लोगों ने अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील जारी की है।
सुरक्षा बलों की तैनाती
बीएसएफ ने उत्तर 24 परगना जिला और सुंदरबन इलाकों में सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ा दी है। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश समेत पूर्वोत्तर के राज्यों में भी अतिरिक्त बल तैनात किया गया है। बीएसएफ के जवान सीमा पर हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं और किसी भी अप्रत्याशित घटना से निपटने के लिए तैयार हैं।
सीमा पर तनाव
बांग्लादेश में हुई हिंसक झड़प और प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद भारत-बांग्लादेश सीमा पर तनाव बढ़ गया है। बॉर्डर पर तैनात सुरक्षा बल हर गतिविधि पर पैनी नजर रख रहे हैं। सीमा पार से किसी भी अप्रत्याशित घटना को रोकने के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं। बीएसएफ ने स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर सुरक्षा की व्यवस्था को और भी मजबूत किया है।
शेख हसीना का इस्तीफा और बांग्लादेश की स्थिति
बांग्लादेश में हुए विरोध प्रदर्शन और हिंसक झड़पों के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे के बाद बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता और भी बढ़ गई है। प्रदर्शनकारी शेख हसीना के आवास में जबरन घुस गए और वहां जमकर तोड़फोड़ की। शेख हसीना के इस्तीफे के बाद माना जा रहा है कि बांग्लादेश में राजनीतिक संग्राम को नई दिशा मिलेगी।
केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया
बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार भी सतर्क हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बैठक की और बांग्लादेश के हालात पर चर्चा की। बीएसएफ को हाई अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी अप्रत्याशित घटना से निपटा जा सके।
बीएसएफ की तैयारियां
बीएसएफ ने सीमा पर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं। सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ाई गई है और हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है। बीएसएफ के जवान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
बांग्लादेश में हुई हिंसक झड़पों और प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद भारत-बांग्लादेश सीमा पर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। बीएसएफ ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं और सीमा पर तैनात जवान हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर स्थिति पर काबू पाने की कोशिश कर रही हैं और नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील कर रही हैं। आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि बांग्लादेश की स्थिति कैसे बदलती है और भारत इसके लिए कैसे तैयार रहता है।