कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने घोषणा की है कि कांग्रेस शासित राज्यों में जाति जनगणना की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगी, और इसके बाद आर्थिक सर्वे का आयोजन कराया जाएगा। उनका कहना है कि सभी को न्याय मिलना चाहिए, और जातिगणना इसके लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने जाति जनगणना को देश का एक्स-रे कहा और कहा कि यह जरूरी है कि सभी लोगों को उनके हक का पूरा लाभ मिले।
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि पीएम मोदी को बताना चाहिए कि वे ओबीसी (अनुसूचित जातियों की जाति) के लिए क्या कदम उठाए हैं। उन्होंने इस परिस्थिति को उठाकर यह प्रश्न उठाया कि क्या पीएम मोदी चाहते हैं कि ओबीसी जातियों की भागीदारी कम हो।
कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक में जातिगत जनगणना के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। राहुल गांधी ने बताया कि उनकी पार्टी में इस प्रस्ताव के समर्थन में कुछ विरोध नहीं था, और सभी मुख्यमंत्री भी इसके समर्थन में हैं। वे बताएं कि कांग्रेस शासित राज्यों में जाति जनगणना की प्रक्रिया आगे बढ़ाएगी और इसके बाद आर्थिक सर्वे का आयोजन कराया जाएगा।
राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें इस प्रक्रिया को लेकर बीजेपी पर दबाव डालने का इरादा है और वे इसे कराने के लिए कठिनाइयों का सामना करेंगे। अगर बीजेपी इसे करने में नकामयाब होती है, तो वे पीछे हट जानी चाहिए, क्योंकि उनका मानना है कि देश के लोग जातिगत जनगणना की मांग कर रहे हैं।
इसके अलावा, राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यसमिति में फिलिस्तीन के लोगों के समर्थन में प्रस्ताव को मंजूरी दिया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस फिलीस्तीन के लोगों के लिए उनके मानव अधिकारों का समर्थन करती है और उनके लिए जमीन, स्वशासन, आत्म-सम्मान और जीवन के अधिकारों की रक्षा करती है।
राहुल गांधी ने और भी कई मुद्दों पर विचार किए, और उन्होंने दिखाया कि कांग्रेस पार्टी न्याय और सामाजिक समरसता की ओर अग्रसर है। उन्होंने यह भी कहा कि जाति और धर्म की बजाय, इसका मुद्दा गरीबी है, और वे इसे हल करने के लिए प्रयासरत हैं।
इस बात को बताते हुए कि जातिगत जनगणना क्यों जरूरी है, राहुल गांधी ने कहा कि यह देश के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है ताकि उन्हें उनके अधिकार मिल सकें। उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना देश का एक्स-रे है जो लोगों को उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति को समझने में मदद करता है।
इसके साथ ही, राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर उनके अनुसूचित जातियों के लिए किए गए कदमों पर सवाल उठाया और उन्हें उनके कार्यों के बारे में जवाब देने की ज़रूरत कहा। उन्होंने यह भी दिखाया कि कांग्रेस पार्टी गरीबी को कम करने और समाज में समरसता बनाने के लिए कई राज्यों में अच्छे काम कर रही है, और वे इस काम को राष्ट्रीय स्तर पर लागू करने की कोशिश करेंगे।
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि देश के गरीब लोगों की साझेदारी की गई जानकारी को सही से देखने की कोशिश की जा रही है, ताकि सबका विकास हो सके। उन्होंने इस विचार को बढ़ावा दिया कि देश के गरीब और सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों को उनके अधिकार मिलें और वे समृद्धि का हिस्सा बन सकें।
इसके साथ ही, राहुल गांधी ने यह भी दिखाया कि कांग्रेस पार्टी के सदस्य जाति और धर्म की बजाय गरीबी और समाजिक न्याय के मुद्दे पर केंद्रित है, और वे उन्हें हल करने के लिए कई कदम उठा रहे हैं। राहुल गांधी के अनुसार, जातिगत जनगणना देश के लोगों के अधिकारों की रक्षा करने में मदद कर सकती है और समाज में समरसता और न्याय की दिशा में कदम बढ़ा सकती है।