राहुल गांधी की यूरोप यात्रा ने ब्रसेल्स में उनके विदेशी दौरे की शुरुआत की है, जिसमें उन्होंने यूरोपीय सांसदों के साथ महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। इस यात्रा के दौरान, राहुल गांधी बेल्जियम, फ्रांस, और नॉर्वे जैसे यूरोपीय देशों का दौरा करेंगे और यहां के नेताओं और विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्रों से मिलेंगे।
राहुल गांधी ने ब्रसेल्स में यूरोपीय संसद के कुछ सदस्यों के साथ बैठक की और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें मणिपुर भी शामिल था। इससे पहले, जुलाई में यूरोपीय संघ ने मणिपुर को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया था।
कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी की यूरोप में चर्चा सफल रही और वे यूरोपीय संसद के सदस्यों के साथ गोलमेज सम्मेलन में भी हिस्सा लिए। सांसद अलविना अलमेत्सा और सांसद पियरे लारौतुरौ ने इस बैठक की मेजबानी की।
राहुल गांधी का पूरा शेड्यूल इस प्रकार है:
8 सितंबर: पेरिस के एक विश्वविद्यालय में छात्रों को संबोधित करना।
9 सितंबर: पेरिस में फ्रांस के श्रमिक संगठन की बैठक में भाग लेना।
10 सितंबर: होलैंड का दौरा और यूनिवर्सिटी के छात्रों से मिलना।
11 सितंबर: ओस्लो में प्रवासी भारतीयों के एक कार्यक्रम को संबोधित करना और नेताओं और छात्रों से मुलाकात करना।
13 सितंबर: वापस भारत आना।
राहुल गांधी की यूरोप यात्रा से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के बावजूद, इसका संसद के आधिकारिक दैनिक एजेंडे में शामिल नहीं था। इस यात्रा के दौरान, राहुल गांधी के साथ कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा भी इस बैठक में शामिल थे। इस यात्रा के माध्यम से, राहुल गांधी ने विदेशी संदर्भ में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हुए विश्वविद्यालयों के छात्रों से भी मुलाकात की, जिससे भारतीय राजनीति को अंतरराष्ट्रीय मंच पर दर्शाने का मौका मिला।