नीतीश कुमार के साथ लोजपा के नेता चिराग पासवान, बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, राज्यसभा सांसद संजय झा और मंत्री मंगल पांडे ने मुख्यमंत्री आवास पर एक महत्वपूर्ण मुलाकात की है। इस मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं और इसे बिहार की राजनीति में एक नई तस्वीर के रूप में देखा जा रहा है।
नीतीश कुमार के आवास पर चिराग पासवान के साथ एक तस्वीर में वह खुद भी उपस्थित हैं, जिससे यह साफ होता है कि चुनावी युद्ध की अगली चरण की तैयारियाँ अब प्रारंभ हो रही हैं। यह मुलाकात एक महत्वपूर्ण संदेश देती है कि चुनाव के समय सभी दल एकजुट होकर लड़ने की तैयारी में हैं।
सम्राट चौधरी के साथ भी इस तस्वीर में मौजूद होने से प्रमुखमंत्री नीतीश कुमार ने यह संदेश दिया है कि वे अपने दल के सभी नेताओं के साथ मिलकर चुनावी युद्ध में भाग लेंगे। इस तस्वीर से यह भी स्पष्ट होता है कि लोजपा और जड़बंधनी दलों के बीच समझौते की संभावना बनी हुई है।
चिराग पासवान के साथ नीतीश कुमार की यह मुलाकात खास बात है क्योंकि चिराग पासवान ने हाल ही में लोजपा के नेता के रूप में कदम रखा है और वह अपने पिता के साथ अलग-अलग दलों में चुनाव लड़ने का निर्णय ले चुके हैं। इस मुलाकात के माध्यम से नीतीश कुमार ने दिखाया है कि वे चिराग पासवान के साथ संवाद के लिए तैयार हैं, जिससे कि दोनों दलों के बीच संबंधों में सुधार हो सके।
साथ ही, इस मुलाकात में राज्यसभा सांसद संजय झा और मंत्री मंगल पांडे भी शामिल रहे। इससे साफ होता है कि नीतीश कुमार अपने दल के सभी नेताओं के साथ मिलकर चुनावी युद्ध को जीतने के लिए तैयार हैं।
लोजपा के नेता चिराग पासवान ने इस मुलाकात के बाद कहा कि उनके दल को चुनाव में 40 में से 40 सीटें मिलेंगी और इसमें कोई संदेह नहीं है। उन्होंने इस मुलाकात को बहुत महत्वपूर्ण बताया और यह स्पष्ट किया कि NDA गठबंधन में एकजुटता है और किसी भी दल के बीच कोई तनाव नहीं है।
बिहार की राजनीति में इस मुलाकात का महत्वपूर्ण स्थान है। यह दिखाता है कि चुनावी युद्ध में सभी दलों के बीच समझौते की संभावना है और इससे चुनाव में अधिकतर सीटें जीतने की संभावना बढ़ जाती है। इस मुलाकात से यह भी स्पष्ट होता है कि चुनावी युद्ध के बीच भी राजनीतिक दल एक साथ काम करने के लिए तैयार हैं।
सीट बंटवारे के मामले में चिराग पासवान ने कहा कि उन्हें 40 में से 40 सीटें मिलेंगी और इसमें कोई संदेह नहीं है। वह यह भी कहा कि उनके दल ने 2019 में 3 पार्टियों के साथ मिलकर 39 सीटें जीती थीं और अब वे 5 पार्टियों के साथ हैं, जिससे वे बिहार में 40 सीटों का लक्ष्य बहुत आसानी से पार कर सकते हैं।
बिहार की राजनीति में सीट बंटवारे का मुद्दा हमेशा संवेदनशील रहा है और इस बार भी यह मुद्दा उत्सुकता से देखा जा रहा है। BJP, JDU और LJP के बीच सीट बंटवारे के मामले में तनाव बना हुआ है और इसे लेकर कई संदेह और विवाद उठे हैं।
इस मुलाकात के माध्यम से नीतीश कुमार ने यह संदेश दिया है कि वह अपने दल के सभी नेताओं के साथ मिलकर चुनावी युद्ध में भाग लेंगे और सीट बंटवारे के मामले में भी उनकी नीति समझौते के माध्यम से तय की जाएगी। इस मुलाकात के माध्यम से यह भी स्पष्ट होता है कि NDA गठबंधन के बीच भी एकजुटता है और किसी भी दल के बीच तनाव नहीं है।