अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में भगवान राम को 151 बनारस के स्पेशल पान का भोग लगाया जाएगा। यह पूजा का एक अहम हिस्सा है, जिसमें केवल एक पान नहीं बल्कि 151 पानों का भोग समाहित है। इस प्रतिष्ठा के पीछे धार्मिक महत्व है, जो हिन्दू धर्म में पान के पत्ते को महत्वपूर्ण बनाता है। यह प्रतिष्ठा महोत्सव, जो 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में होगा, के लिए तैयारी हो रही है। राम मंदिर में भगवान राम को 56 चीजों का भोग लगाया जाएगा, जिसमें से एक विशेष भोग में 151 बनारसी पान शामिल होंगे।

हिन्दू धर्म में पूजा के लिए विभिन्न सामग्री का इस्तेमाल किया जाता है, और पान के पत्ते को भी महत्वपूर्ण माना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान देवताओं और असुरों ने पूजा में पान के पत्ते का उपयोग किया था, और इसलिए हर एक धार्मिक अनुष्ठान में पान के पत्ते का इस्तेमाल किया जाता है। माना जाता है कि पान के पत्ते में कई देवताओं का वास होता है, जिससे इसे पूजा में शामिल किया जाता है।

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में भगवान राम को 151 बनारस के स्पेशल पान का भोग लगाया जाएगा, जिसे बनारस के रिंकू चौरसिया ने तैयार किया है। इसके अलावा, भक्तों के बीच में 1000 पान का भी वितरण होगा। पान के पत्ते का विशेष महत्व धार्मिक दृष्टि से है और इसे भगवान की पूजा में उपयोग करना हिन्दू धर्म में प्रचलित है।

रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में राम जी को बनारस के 151 स्पेशल पानों का भोग लगाया जाएगा। इन पानों का आदान-प्रदान रिंकू चौरसिया द्वारा किया जाएगा। इन पानों को भक्तों को प्रसाद के रूप में बांटा जाएगा। यह मौका है जब भगवान राम को इस विशेष भोग के साथ पूजा जाएगा और इस अद्वितीय क्षण को और भी अनुपम बनाएगा।