गुजरात के मोरबी जिले में हाल ही में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक कारोबारी महिला ने अपने कर्मचारी से बाकी पगार मांगने पर दलित युवक को मुंह में चप्पल डालने के लिए मजबूर किया और माफी मांगवाई। इस घटना के साथ ही, दलित युवक के साथ जमकर मारपीट भी की गई। इस मामले में फरार आरोपियों ने पुलिस के सामने सरेंडर किया है।
घटना का विवरण यह है कि नीलेश दलसानिया नामक 21 वर्षीय दलित युवक ने मोरबी सिटी-ए-डिविजन पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि उनको अपनी बाकी पगार मांगने पर उनकी अधीनस्थ महिला कर्मचारी ने उन्हें अपमानित किया और मुंह में सैंडल डालने का आत्मसमर्पण करवाया। इसके बाद उनके साथ जमकर मारपीट भी की गई।
दलित युवक ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्हें नौकरी से छुट्टी दे दी गई थी और उनका वेतन भी नहीं मिल रहा था। जब उन्होंने अपनी पगार की मांग की, तो आरोपी महिला और उसके साथी कर्मचारी ने उन्हें ऑफिस से बाहर ले जाकर पीटा और उनके मुंह में सैंडल डाला। उनकी जाति के बारे में भी अपमानजनक टिप्पणी की गई।
इस घटना में पांच दिनों से फरार रहे आरोपी महिला बिभूति पटेल उर्फ रानीबा समेत ओम पटेल, राज पटेल, परीक्षित, क्रिष पटेल और प्रीत पटेल ने अब पुलिस के सामने सरेंडर किया हैं। इस मामले में दो और आरोपी पहले ही सरेंडर कर चुके हैं।
दलित समाज के लोगों ने इस घटना के खिलाफ प्रदर्शन किया है और उन्होंने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। जिला कलेक्टर को एक याचिका भी सौंपी गई है और वह निष्कर्ष की जांच कर रहे हैं।
इस घटना ने सामाजिक न्याय और दलित अधिकारों की मांगों को उजागर किया है और इसमें दलित युवक की मानवाधिकारों की उल्लंघन की घटना को लेकर सामाजिक चिंता की जा रही है।