पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात माफिया और मुख्तार अंसारी के करीबी गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा की हत्या को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। लखनऊ कोर्ट में दिनदहाड़े संजीव माहेश्वरी जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। संजीव को बदमाश विजय यादव (25) ने गोली से मारा था। अब संजीव जीवा हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है।
नेपाल से जुड़े हैं तार
संजीव माहेश्वरी जीवा की हत्या के बाद से एक ही सवाल उठा रहा था कि आखिर संजीव को मारने के लिए विजय को भेजा किसने था? पुलिस द्वारा की जा रही जांच में पता चला कि इस पूरे हत्याकांड को एक आतंकी मॉड्यूल की तरह अंजाम दिया है। बताया जा रहा है कि विजय यादव के तार नेपाल से जुड़ रहे हैं। कुछ दिन पहले ही वो नेपाल गया था।
20 लाख रूपए में हुई डील
विजय एक बड़े माफिया के संपर्क में था। उसने खुद पुलिस को इस बात की जानकारी दी। बताया जा रहा है कि उसे जीवा को मारने के लिए 20 लाख रुपये की सुपारी दी गई है। काम से पहले विजय को पांच हजार रुपये और रिवॉल्वर दी गई। जानकारी के मुताबिक, हत्याकांड के दिन ही विजय लखनऊ आया था। यहां शहर के कैसरबाग बस अड्डे पर उसे एक युवक ने रिवॉल्वर और वकील की ड्रेस दी थी। फिर उसने इस कांड को अंजाम दिया।
इस वजह से दी गई सुपारी
दरअसल, हाल ही में मारे गए अतीक अहमद के दोस्त अशरफ ने विजय को जीवा को मारने की सुपारी थी। अशरफ का भाई जेल में बंद था और जीवा उसे परेशान करता है। इसलिए जीवा को रास्ते से हटाने के लिए विजय को सुपारी दी गई। फिलहाल पुलिस द्वारा विजय को सुपारी देने वाली सभी लोगों की तलाश जारी है।