संसद से 133 सांसदों को इस सत्र से निलंबित कर दिया गया है। जिसके बाद सांसद संसद के बाहर हंगामा कर रहे हैं। वहीं, कुछ सांसदों ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।
आज भी लोकसभा में 41 सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, बीते दिन सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया, जिसके चलते दोनों सदनों से 78 सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया। इनमें से 33 लोकसभा औऱ 45 राज्यसभा सांसद हैं। वहीं इससे पहले भी इसी सत्र में 14 सांसद सस्पेंड हो चुके हैं, जिनमें से 13 लोकसभा और 1 राज्यसभा सांसद हैं। कुल मिलाकर इस सत्र में अब तक 133 सांसद सस्पेंड हो चुके हैं। इसी को लेकर विपक्षी सांसद संसद के बाहर धरने पर बैठे हैं। इसी दौरान कई सांसदों ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं।
लोकतंत्र खत्म करना चाहते हैं- कांग्रेस अध्यक्ष
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि PM मोदी और गृह मंत्री अमित शाह देशभर में दौरे कर रहे हैं लेकिन सदन में नहीं आ रहे। ये सदन की गरिमा का अपमान है। बहुत सारे सांसदों को लोकसभा और राज्यसभा अध्यक्ष ने निलंबित कर दिए है, देश के इतिहास में ऐसा प्रथम बार इतने सांसदों को निलंबित कि घटना सामने आयी है। सभी लोगों को डराकर लोकतंत्र खत्म करना चाहते हैं।
लोकतांत्रिक ढंग से लड़ेंगे- प्रमोद तिवारी
वही 92 विपक्षी सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस पार्टी के नेता प्रमोद तिवारी ने बताये, “हम सदन में आते हैं क्यों, चर्चा ही करने के लिए न । सरकार कोई गलत काम करे तो उसकी आलोचना करने के लिए ही तो हम सदन आते है, तो वे हमें निकालकर यह नहीं तय कर सकते कि सदन में हमारी आवाज़ खामोश हो जाए। हम अंतिम पल तक पूरी मजबूती के साथ लोकतांत्रिक ढंग से लड़ेंगे।”
रामगोपाल यादव ने कही ये बात
अखिलेश यादव की पार्टी समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव ने कहा, “जिस तरह से संसद सदस्यों को निलंबित किया गया है, उससे तो यह लगता नहीं है कि उनके दिमाग में विपक्ष का कोई औचित्य भी है… जो लोग ये कह रहे हैं कि INDIA गठबंधन में दम नहीं रहा वे लोगो मूर्खों के स्वर्ग में रह रहे हैं।”
बहुत गलत हो रहा है- सुप्रिया सुले
वही 92 विपक्षी सांसदों के निलंबन पर NCP सांसद सुप्रिया सुले ने बताया , “जो हो रहा है देश का दुर्भाग्य है…हम सिर्फ सुरक्षा में चूक पर वार्तालाप चाहते हैं। सिर्फ हमारे सांसदों के लिए नहीं, भाजपा के सांसद, मीडिया सबके लिए हम चर्चा चाहते हैं लेकिन सरकार चर्चा से भाग रही है।”
सवाल पूछने वाले बाहर हैं- दानिश अली
सांसद दानिश अली ने कहा कि यह दुर्भाग्य स्थिति है, जिनके चलते संसद की सुरक्षा भंग हुई वो अंदर बैठे हैं और सरकार से प्रश्न करने वाले बाहर हैं।