मुजफ्फरपुर के बरुआरी गांव में हुई एक हत्या ने इलाके में सनसनी मचा दी है। दिल्ली में रहने वाले चंदन कुमार की बेहद भयानक हत्या हुई, और उसका शव उसके ससुराल के खेत में गाड़ा जा चुका था। हत्या के पीछे कई राज हैं, जो पुलिस अब जाँचने में जुटी है।
चंदन कुमार दिल्ली में एमआर का काम करता था और उसकी पत्नी मनीषा कुमारी बीते 7 महीने से एक बच्चे के साथ मुजफ्फरपुर में किराए के मकान में रहती थीं। चंदन ने बिना कुछ बताए दिल्ली से अचानक ससुराल बरुआरी आ गया था और उसके बाद से वह गायब था।
इस रहस्यमय हत्या का खुलासा हुआ जब गांव की महिलाएं गायघाट थाना क्षेत्र के बगीचे में बकरी पालन के लिए गई थीं और वहां एक कुत्ता मिट्टी खोद रहा था। जब उन्होंने खुदाई की तो उन्हें शव का हिस्सा मिला, जिसका हाथ बाहर निकला हुआ था। इसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचित किया।
पुलिस ने शव को गड्ढे से बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए SKMCH भेज दिया। शव के पास हाथ में खुदाई के लिए इस्तेमाल होने वाले उपकरण भी थे, जो हत्या के तरीक़े की एक और निशानी थीं।
शव की पहचान मधुबनी जिले के झंझारपुर थाना क्षेत्र के लवानी गांव निवासी नवीन कुमार सिंह के बेटे चंदन कुमार सिंह के रूप में हुई है। चंदन की शादी बरुआरी गांव के मिथिलेश सिंह की बेटी मनीषा कुमारी से 8 साल पहले हुई थी।
मृतक की पत्नी मनीषा ने दिनांक 27 नवंबर को थाने में गुमशुदगी की शिकायत की थी और उसने बताया कि चंदन ने 25 नवंबर को ससुराल आए हुए छठ पूजा के दिन गायब हो गए थे।
पुलिस के मुताबिक चंदन की हत्या का आरोप पत्नी मनीषा, ससुर मिथिलेश सिंह, और एक साला पर है। मनीषा और साला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरा साला अब भी फरार है। तीनों आरोपी पुलिस के समक्ष अपनी गुनाहों की स्वीकृति दे चुके हैं।
पुलिस का कहना है कि इस रहस्यमय हत्या में चंदन की पत्नी और साला मिलकर जिम्मेदार हैं। घटना की पूरी घटना जाँचने के बाद पाया गया है कि शव को हत्या के बाद गांव के अपने ही खेत में दफनाया गया था।
बहु, ससुर, और साला ने मिलकर शव को गाड़े में छिपाने का निर्णय लिया था, ताकि इस घटना की जाँच में कोई रुकावट ना हो। उन्होंने हत्या के बाद शव को गाड़े में रखा और उसे गांव के अपने ही खेत में खुदाई करके दफना दिया।
इस दुर्घटना के पीछे के कारण और दस्तावेज कुछ इस प्रकार हैं जिन्होंने पुलिस को इस घटना को सुलझाने की दिशा में मदद की हैं। इस मामले में और जानकारी हासिल करने के बाद पुलिस ने स्थानीय लोगों से साक्षात्कार किए हैं और उन्हें इस मामले में सहायक बनाने का आदान-प्रदान किया है।