सऊदी अरब समेत इन 7 देशों ने इसराइल का किया समर्थन और इस प्रस्ताव का विरोध किया है। इसराइल और हमास के बीच 37 दिनों से चल रही जंग के दौरान, इस्लामिक-अरब शिखर सम्मेलन में एक प्रस्ताव पेश किया गया था जिसमें सऊदी अरब सहित 7 देशों ने इसका विरोध किया है।
इस प्रस्ताव के अनुसार, सभी मुस्लिम देशों को चाहिए कि वे इसराइल के साथ सभी तरह के आर्थिक और राजनयिक संबंधों को समाप्त करें और इसराइली उड़ानों को अरब हवाई इलाके का इस्तेमाल न करें। यह प्रस्ताव इसराइल के खिलाफ संपूर्ण बायकॉट की बात कर रहा है।
सऊदी अरब समेत कई मुस्लिम देशों ने इस प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया है और उन्होंने इसे खारिज कर दिया है। इस प्रस्ताव में इसराइल के साथ सभी संबंधों को समाप्त करने की मांग की गई है और इसमें तेल उत्पादक इस्लामिक देशों को गाजा में सीजफायर के लिए इसराइल को धमकी देने का भी उल्लेख है। इसके परिणामस्वरूप, इस प्रस्ताव को सऊदी अरब, मिस्र, बहरीन, सूडान, मोरक्को, जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात, मॉरिटानिया, और जिबूती ने अस्वीकार किया है।
यह विवाद इसराइल और हमास के बीच चल रही जंग में नए मोड़ को दर्शाता है और यह ब्रेक्सिट उपमहाद्वीपीय समझौते के परिचर्चा में नए उत्साह को बढ़ा रहा है। इस घटना ने राजनीतिक गतिशीलता को बढ़ावा दिया है और इससे सुरक्षित और स्थिर इलाके की आवश्यकता को लेकर विचार-विमर्श भी हो रहा है।