शराब घोटाले के मामले में अरविंद केजरीवाल और उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल के बयानों और ED द्वारा किए गए कई कदमों से संबंधित बड़ी खबरें चर्चा में हैं। इस मामले में ED की जांच का दायरा बढ़ाया गया है और अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया है। उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने भी कोर्ट में ED के केस के खिलाफ बड़े खुलासे करने का दावा किया है। इस मामले में विवाद है और इसका समाधान कोर्ट में होने की संभावना है।
अरविंद केजरीवाल के खिलाफ शराब घोटाले के मामले में ED ने कई कदम उठाए हैं। उन्हें 6 दिन की रिमांड पर लिया गया और वे आज कोर्ट में पेश होंगे। सूत्रों के मुताबिक, इसके बाद CBI भी उनकी हिरासत मांग सकती है। इसके अलावा, दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका पर भी सुनवाई होने वाली है, जिसमें अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग की गई है।
इस मामले में अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने भी बड़े खुलासे का दावा किया है। उन्होंने कहा कि उनके पति शराब घोटाले केस को लेकर कोर्ट में बड़ा खुलासा करेंगे। उन्होंने ED के छापों में कोई पैसा नहीं मिला और उनके पति ने कहा कि इस केस में किए गए 250 से अधिक छापों में भी कोई पैसा नहीं मिला। उन्होंने सुनाया कि उनके पति अब तक कोर्ट में जाने से इनकार कर रहे थे, लेकिन आज वे कोर्ट में जाएंगे और सच्चाई का सामना करेंगे।
केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने बुधवार को एक वीडियो संदेश में कहा कि उनके पति शुक्रवार को कोर्ट में इस मामले को लेकर ‘बड़ा खुलासा’ करेंगे। उन्होंने ED के छापों में बताया कि केवल 73,000 रुपये ही मिले हैं और कोई भी पैसा नहीं मिला है।
केजरीवाल के खिलाफ शराब घोटाले मामले में AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को ED ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। उन्हें एक कोर्ट ने 28 मार्च तक ED की हिरासत में भेज दिया था।
केजरीवाल के खिलाफ ईडी ने शराब घोटाले के मामले में गहन जांच का दायरा बढ़ा दिया है। उन्हें समन जारी किया गया है और उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
इस मामले में शराब घोटाले के पैसे के बारे में उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि ED के छापों में केवल 73,000 रुपये ही मिले हैं और कोई भी पैसा नहीं मिला है।इस मामले में AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के समर्थक उन्हें एक बहादुर, देशभक्त और सच्चे इंसान के रूप में देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके पति बुधवार को अदालत में गए और जल मंत्री को निर्देश जारी किया, जिससे केंद्र को दिक्कत हो रही है। उन्होंने लोगों से अपने पति के स्वास्थ्य और सफलता के लिए प्रार्थना की और उन्हें समर्थन मांगा।
इस विवाद में कई महत्वपूर्ण तथ्यों को ध्यान में रखना आवश्यक है। इसे कोर्ट में न्यायिक दृष्टिकोण से देखा जाना चाहिए और तब ही निर्णय लिया जाना चाहिए। इस मामले में तथ्यों का पूरा पता लगाना आवश्यक है और न्यायिक प्रक्रिया को पालन करना चाहिए। इस विवाद में भारतीय न्यायिक प्रक्रिया की महत्वपूर्ण भूमिका होगी और निर्णय को न्यायाधीशों के माध्यम से देना चाहिए।