बिहार में इन दिनों शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है क्यूँकि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के-के पाठक लगातार स्कूलों की निरिक्षण करने खुद निकलें हुएँ हैं और सिस्टम को दुरुस्त करने में लगें हैं लेकिन ताजा मामला पटना जिला के बाढ़ ब्लॉक के डुमरिया उत्क्रमित मध्य विद्यालय से आया है जहाँ स्कूल में 15 दिनों से ताला लगा हुआ था वहीं मामला मिडिया के संज्ञान में आने के बाद अधिकारी आनन् -फ़ानन में वहाँ पहुँचें। और 14 अगस्त को पुनः स्कूल का ताला खुला |
उत्क्रमित मध्य विद्यालय डुमरिया का है यह मामला

दरअसल मामला यह है की उत्क्रमित मध्य विद्यालय डुमरिया में कक्षा 1 से 8 तक क्लास है जहाँ बच्चों की संख्या लगभग 270 है लेकिन यहाँ शिक्षकों की भारी कमी है यहाँ के प्रभारी शिक्षक के कार्यकाल पूरा होने में कुछ हीं महीने बचे थें तो वे स्वास्थ का हवाला देते हुए छुट्टी पर चले गएँ वहीं और शिक्षक प्रभार से बचने के लिए वे लोग भी छुट्टी पर चले गएँ
दो शिक्षक जिसमे से कोई प्रभार लेने को तैयार नहीं

अब यहाँ बचे दो शिक्षक जिसमे से कोई प्रभार लेने को तैयार नहीं हालात ये हो गई की स्कूल में ताला लग गया वहीं एक शिक्षक उमेश कुमार स्कूल रोज आते और बच्चों को बरामदा में पढ़ाते तो कभी नीम के गाछ तर पढ़ाते।
उमेश सर अच्छे पढ़ाते हैं तो उनकों यहीं रखा जाय

अब ग्रामीण अपने बच्चों के भविष्य को देखते हुए हस्तक्षेप करते हुए स्कूल आएँ और यहाँ के शिक्षकों और अधिकारिओं से बात-चित की जिसमे पाया गया की जो शिक्षक अच्छे पढ़ाते हैं उन्हें इस स्कूल में तैनात किया जाय ताकि बच्चों का भविष्य सवर सके ग्रामीणों और यहाँ के बच्चों का कहना है की उमेश सर अच्छे पढ़ाते हैं तो उनकों यहीं रखा जाय
शिक्षकों की संख्या बढ़ाया जाय

लेकिन अधिकारीयों ने उमेश सर को दूसरे स्कूल में प्रतिनियुक्त कर दिया अब आलम यह है की इस स्कूल में एक भी बच्चा पढ़ने के लिए नहीं आ रहा है वहीं ग्रामीणों का मांग है की उमेश सर को इस स्कूल में लाया जाय और शिक्षकों की संख्या बढ़ाया जाय। अब देखना है की शिक्षा विभाग के अधिकारी इस स्कूल के लिए क्या कदम उठाते हैं |