भारत की सीमा पर हो रही अशांति के बारे में सुनकर सबका ध्यान आता है। यहाँ तक कि म्यांमार से जुड़ी सीमा पर भी चिंता बढ़ी है। भारत की सीमाएं दो बड़े पड़ोसी देशों, चीन और पाकिस्तान के साथ मिलती हैं, जिनसे हमेशा खतरा बना रहता है। इसके अलावा, म्यांमार के साथ हाल के समय में हुई तनावपूर्ण घटनाएं भी भारत को चिंतित कर रही हैं।
म्यांमार से जुड़ी सीमा पर हो रही अशांति की बातें सुनकर भारत ने अपनी चिंता जताई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि भारत ने इस मुद्दे को नयी दिल्ली में आयोजित भारत-म्यांमार विदेश कार्यालय विचार-विमर्श में उठाया है। भारत ने स्थिति के शांतिपूर्ण समाधान और म्यांमार में लोकतंत्र की वापसी की अपील की है।
इस अशांति के बीच, भारतीय सैन्य प्रतिष्ठान में चिंता बढ़ी है। कुछ हफ्ते पहले तक भारत से लगी सीमा के पास कई प्रमुख कस्बों और क्षेत्रों में म्यांमार के जुंटा विरोधी समूहों और सरकारी बलों के बीच अशांति की स्थिति थी, जिससे शरणार्थियों के संभावित आगमन समेत विभिन्न तरह के प्रभाव को लेकर भारतीय सैन्य प्रतिष्ठान में चिंता बढ़ी थी।
भारत ने इस मुद्दे पर म्यांमार को अपनी चिंता जताई है और सशक्त दिप्ति के साथ इस मुद्दे का समाधान ढूंढ़ने का प्रयास किया है। बागची ने कहा, ‘हम हमेशा वहां शांति या समाधान या लोकतंत्र की वापसी को प्रोत्साहित करते रहे हैं।’
इसके बावजूद, यह याद रखें कि इस जानकारी की सत्यता को सुनिश्चित करने के लिए आपको उपयुक्त स्रोतों का अध्ययन करना होगा, क्योंकि ऑनलाइन खबरों में अक्सर तर्क और अनधिकृत जानकारी हो सकती है।