सिंगापुर के नए राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम की जीत ने भारतवंशी समुदाय के लिए गर्व का पल्ला बढ़ा दिया है. उन्होंने अपने चुनावी अभियान में सिंगापुर की संस्कृति और प्रगति को महत्वपूर्ण बातें बनायीं, और इससे सिंगापुर के लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता में वृद्धि हुई और भारतवंशी थर्मन शनमुगरत्नम ने 2023 में सिंगापुर के राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत लिया है, जिससे उन्होंने अपने लड़ाई के साथ एक महत्वपूर्ण इतिहास रचा है। उन्होंने 70.4 प्रतिशत वोटों के साथ चुनाव जीता, जो उनके लोकप्रियता और समर्थन को दर्शाता है। इस चुनाव में तीन उम्मीदवारों के बीच त्रिकोणीय मुकाबला था, लेकिन थर्मन की विजय ने उनके नेतृत्व को और भी मजबूत बना दिया है।
थर्मन शनमुगरत्नम: सिंगापुर के राष्ट्रपति के रूप में समर्थन और प्रतिज्ञा के साथ
थर्मन शनमुगरत्नम ने अपने विजय के बाद वोटर्स को धन्यवाद दिया और उनका समर्थन सिंगापुर की संस्कृति को विकसित करने और दुनिया में एक चमकदार स्थान बनाने की प्रतिज्ञा के साथ आता है। उन्होंने सिंगापुर के नागरिकों को एक साथ प्रगति करने की आशा दिलाई और यह दिखाया कि वे भारतीय मूल के होने के बावजूद सिंगापुर के हर नागरिक के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती बन सकते हैं।
सिंगापुर के चुनाव में जनता की भागीदारी: थर्मन शनमुगरत्नम की जीत का महत्व
इस चुनाव में लगभग 1.4 मिलियन सिंगापुरवासी ने अपना वोट दिया, जिससे दिखाया गया कि वे अपने राष्ट्रपति के चयन में सक्रिय हिस्सा लेने के लिए उत्सुक थे। इससे सिंगापुर के लोगों की जनता द्वारा लोकतंत्र के महत्व की पुनर्मूल्यांकन हुआ और यह दिखाया कि वे अपने देश के भविष्य में भागीदारी करने के लिए संकल्पित हैं।
थर्मन शनमुगरत्नम की जीत से सिंगापुर के लिए एक नये दिन की शुरुआत हुई है, और हम सभी को इसका गर्व है कि एक भारतवंशी ने इतनी उच्च स्थान पर पहुंचा है। यह हम सबके लिए प्रेरणास्पद है कि हम भी अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए मेहनत करें और अपने समुदाय और देश के विकास में योगदान करें।
थर्मन शनमुगरत्नम: सिंगापुर के नए राष्ट्रपति के रूप में भारतीय मूल के व्यक्ति की विजय
इस चुनाव के बाद, सिंगापुर के राष्ट्रपति के रूप में थर्मन शनमुगरत्नम का चयन हुआ है, और उन्हें देश के समृद्धि और समृद्धि की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का मौका मिलेगा। उनकी विजय ने भारतीय मूल के लोगों के समर्थन की प्रतिष्ठा बढ़ाई है और विश्वास दिलाया है कि वे किसी भी क्षेत्र में सफल हो सकते हैं, चाहे वो दुनिया किसी भी हिस्से में हों। इस सफलता के मौके पर हम थर्मन शनमुगरत्नम को हार्दिक बधाई देते हैं और उनके आगामी कार्यकाल में सिंगापुर के विकास में नयी ऊर्जा और प्रेरणा लेकर आने की कामना करते हैं।
वह सिंगापुर के लिए एक महत्वपूर्ण और उत्तेजनास्पद दौर शुरू कर चुके हैं, और हम सभी उनके साथ हैं।
इस तरह के चुनाव और विजय भारतीय असम्बंधित देशों में भारतीय मूल के लोगों की सफलता का प्रतीक हो सकते हैं, और इससे उनके समर्थन और समर्पण का परिचय कराते हैं। यह भी दिखाता है कि लोग किसी भी समाज और संस्कृति में अपनी मेहनत और प्रतिबद्धता के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, चाहे वो कहीं भी हों।