महिलाएं समाज में घरेलू हिंसा की शिकार होती हैं, और इस समस्या का समाधान निकालने के लिए आश्वी गंभीर ने अपने पहचान प्रोजेक्ट को शुरू किया है। उन्होंने गुरुग्राम के अरावली स्थित श्री राम स्कूल की स्टूडेंट के रूप में समाज में संघर्ष करने का सिलसिला शुरू किया है।
महिलाओं को सशक्त बनाने का प्रयास

आश्वी ने ‘पहचान’ नामक इस प्रोजेक्ट के तहत ब्लूस्मार्ट और मारूति ड्राइविंग स्कूल के साथ मिलकर महिलाओं को ड्राइविंग सिखाने का कार्य किया है। इससे महिलाओं को न केवल एक नई पहचान मिलती है, बल्कि उन्हें आर्थिक और सामाजिक तौर पर भी सशक्त बनाता है।
महिलाओं की स्थिति पर चुनौतियां

आश्वी ने बताया कि घरेलू हिंसा तब ज्यादा बढ़ती है जब महिलाएं नौकरी करती हैं, क्योंकि लोगों को ऐसा लगता है कि महिलाएं नौकरियां क्यों कर रही हैं और इससे उन्हें काम क्यों दिया जा रहा है।
महिलाओं को तलाक लेने की प्रक्रिया में आसानी

आश्वी ने तलाक लेने की प्रक्रिया को आसान बनाने की मांग की है और सरकार से महिलाओं के लिए आरक्षण का कानून बनाने की बात की है। इससे महिलाओं को अधिक समाधान मिल सकता है और वे स्वतंत्रता से अपने जीवन को नियंत्रित कर सकें।
पहचान प्रोजेक्ट के प्रभाव
आश्वी ने बताया कि उनके प्रोजेक्ट ‘पहचान’ के तहत कई महिलाओं की जिंदगी में बदलाव आया है। उन्होंने देखा है कि कैसे ये महिलाएं अपनी पहचान बना पा रही हैं और कैसे वे समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला रही हैं।
इस से साफ है कि आश्वी गंभीर ने महिलाओं के लिए समस्याओं के समाधान ढूंढने में अपना सबसे अच्छा प्रयास किया है और उनका ‘पहचान’ प्रोजेक्ट इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है।