सनी देओल और राजकुमार संतोषी की जोड़ी ने दसकों सालों तक सिनेमा में चमकता रहा है, लेकिन एक समय ऐसा आया कि इन दोनों के बीच मनमुटाव बढ़ गए और वे साथ काम नहीं करना चाहते थे। 27 सालों के बाद, राजकुमार संतोषी ने चुप्पी तोड़ी और बताया कि दोनों के बीच मनमुटाव हुआ था, लेकिन वह इसे सिर नीचे नहीं झुकाएंगे।
‘दामिनी’ जैसी फिल्मों के बाद, राजकुमार संतोषी और सनी देओल की जोड़ी बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाती रही, लेकिन फिर भी दोनों के बीच कुछ ऐसा हुआ कि उन्होंने साथ काम करना बंद कर दिया। इस दौरान, एक अफवाह फैली कि वह भगत सिंह पर दो अलग-अलग फिल्में बना रहे हैं और इससे उनके बीच दरार हो गई।
राजकुमार संतोषी ने यह स्वीकार किया कि ये सच है कि उन्होंने सनी देओल की ’23 मार्च 1931: शहीद’ का निर्देशन नहीं किया, जिसमें बॉबी देयोल मुख्य भूमिका में थे, बल्कि उन्होंने अजय देवगन की ’द लीजेंड ऑफ भगत सिंह’ का निर्देशन किया। लेकिन इसके बाद दोनों के बीच एक तनाव आया, और यह तनाव 27 सालों तक बना रहा। राजकुमार संतोषी ने स्वीकार किया कि जहां अच्छा सौहार्द है, वहां संघर्ष होना तय है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि जहां दोस्ती और प्यार है, वहां गलत फहमी भी हैं।
दरार के बावजूद, राजकुमार संतोषी और सनी देओल की जोड़ी फिर से पर्दे पर दिखाई जा रही है और इस बार वे ‘लाहौर 1947’ में एक साथ काम करेंगे। फैंस को इस जोड़ी का मिलन होने का इंतजार है, और गदर 2 की तरह यह जोड़ी फिर से बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा सकती है।
इससे हमें यह सिखने को मिलता है कि समस्त रिश्तों में तनाव और विवाद तो आते-जाते रहते हैं, लेकिन उन्हें सुलझाने का तरीका हमारी सोच और समझ पर निर्भर करता है। राजकुमार संतोषी और सनी देओल की इस मुद्दे पर सजगता और साहस दिखाती है, जो हम सभी को प्रेरित करती है।