केजरीवाल की गिरफ्तारी के समय दिल्ली में राजनीतिक गतिविधियों में तेजी लाई गई है। यह घटना राजनीतिक दलों के बीच भारी उत्तेजना और विवाद का कारण बनी है। आम आदमी पार्टी (AAP) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का मामला दिल्ली की राजनीतिक स्तिथि को और भी जटिल बना दिया है।
केजरीवाल की कानूनी टीम ने सुप्रीम कोर्ट में रुख किया, लेकिन वहां से भी उन्हें कोई राहत नहीं मिली। इसके बाद देर रात, ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। आपकी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने तुरंत कोई कार्रवाई नहीं ली, जिससे यह बात स्पष्ट होती है कि उन्हें कोर्ट में कोई राहत नहीं मिली।
केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद AAP ने आंदोलन का ऐलान किया है। यह आंदोलन देशव्यापी है और लोगों को उनके समर्थन में आने के लिए आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही, AAP के कार्यालय के आसपास की सड़कों पर बैरिकेडिंग भी लगाई गई है।
दिल्ली पुलिस ने AAP के कार्यालय के आसपास की सड़कों पर बैरिकेडिंग लगाई है, जिससे AAP के समर्थकों को आमंत्रित करने वाले आंदोलन को रोका जा सके। यह घटना दिल्ली की राजनीतिक वातावरण को और भी तनावपूर्ण बना देगी।
AAP के समर्थकों के साथ उनके कार्यालय के आसपास पुलिस के तनावपूर्ण इंतजामों का मुकाबला करने की उनकी योजना बन रही है। इससे यह स्पष्ट होता है कि उन्हें अपने समर्थकों के साथ समर्थन मिलेगा।
केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद AAP ने अपने प्रतिवद्धियों के माध्यम से अपने समर्थकों को संबोधित किया है। उन्होंने उन्हें यहां तक की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में भी राहत नहीं मिली के बारे में सूचित किया है।
इस प्रकार, AAP के नेताओं और समर्थकों के बीच एक नया उत्तेजनापूर्ण माहौल बन गया है। यह घटना दिल्ली की राजनीतिक स्तिथि में तनाव और उत्तेजना बढ़ाएगी, और इसके परिणामस्वरूप दिल्ली में और भी तनावपूर्ण घटनाएं हो सकती हैं।