यह दुखद खबर है कि सूरत रेलवे स्टेशन पर हुई भीड़ ने एक यात्री की मौत का कारण बना दिया है। त्योहारी छुट्टियों के दौरान घर जाने वालों की भीड़ ने भगदड़ मचा दिया और ट्रेन में चढ़ने के लिए इकट्ठा हुए यात्रीगण के बीच हादसे में एक यात्री की मौत हो गई।
इस दुखद घटना में 36 साल के अंकित वीरेंद्र कुमार सिंह की मौत हो गई है, जो हीरे की फैक्ट्री में काम करते थे। उनके भाई रामप्रकाश वीरेंद्रकुमार सिंह और महिला सुइजा सिंह भी घायल हो गए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसमें सुइजा सिंह की तबियत स्थिर है, लेकिन इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे के बावजूद उनकी बहन यात्रा के लिए बिहार जा रही थीं।
हादसे की जानकारी के अनुसार, शनिवार की सुबह लगभग 5,000 से अधिक यात्री प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर ट्रेनों में चढ़ने के लिए इकट्ठा हुए थे, और इसके चलते भगदड़ मच गई। सूत्रों के मुताबिक, ट्रेन में बैठने की क्षमता 1,500 यात्री थी, लेकिन अधिक संख्या में यात्री एक-दूसरे को धक्का देकर ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रहे थे। इसके परिणामस्वरूप हुई भीड़ ने एक यात्री को अपने साथी यात्रीगण के साथ ट्रेन में घुसने के दौरान मौके पर ही मौत का सामना करना पड़ा।
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में एक युवक का नाम अंकित वीरेंद्र कुमार सिंह था, जो हीरे की फैक्ट्री में काम करता था। उनके भाई रामप्रकाश वीरेंद्रकुमार सिंह और महिला सुइजा सिंह भी घायल हो गए हैं, और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में एक महिला और दो अन्य लोग शामिल हैं जिन्हें इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस दुखद हादसे के बारे में पुलिस ने जानकारी दी है कि भीड़ के कारण रेलवे का संपूर्ण इंतजाम असफल रहा है, और लोगों को सांस लेने में भी मुश्किल हो रही है। इसके बावजूद, सरकारी अधिकारी और सुरक्षा दलें मौके पर पहुंची हैं और घटना की जांच शुरू कर रही हैं।
यह दुर्घटना एक बार फिर से सुरक्षा और लोगों की सजगता की महत्वपूर्णता को उजागर करती है, खासकर त्योहारी मौके पर जनसमूह की भीड़ की स्थिति में। इस दुखद घटना के बाद, उम्मीद है कि सुरक्षा में सुधार होगा और ऐसी हादसों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।