स्वाति मालीवाल के साथ हुए मारपीट मामले ने आम आदमी पार्टी (AAP) और दिल्ली की राजनीति में हलचल मचा दी है। यह मामला तब से और भी संवेदनशील हो गया है जब आरोप अरविंद केजरीवाल के पीए विभव कुमार पर लगाए गए। आइए, इस पूरे घटनाक्रम को विस्तार से समझते हैं।
13 मई: घटना का दिन
13 मई को स्वाति मालीवाल ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल के आवास पर उनके पीए विभव कुमार ने उनके साथ मारपीट की। इस घटना के बाद उन्होंने सिविल लाइन्स पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। यह आरोप दिल्ली की राजनीति में एक बड़ा मुद्दा बन गया।
14 मई: संजय सिंह का बयान
14 मई को आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सार्वजनिक रूप से घोषणा की कि दिल्ली के सीएम के निजी सचिव विभव कुमार ने स्वाति मालीवाल के साथ दुर्व्यवहार किया है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल इस मामले में सख्त कार्रवाई करेंगे।
15 मई: संजय सिंह की मुलाकात
15 मई को संजय सिंह स्वाति मालीवाल के घर पहुंचे और उनसे मुलाकात की। इस दौरान दिल्ली महिला आयोग की सदस्य वंदना भी मौजूद थीं। संजय सिंह ने आश्वासन दिया कि मामले की पूरी जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
16 मई: पुलिस का बयान
16 मई को पुलिस ने स्वाति मालीवाल का बयान लिया। उन्होंने अपने बयान में विभव कुमार पर मारपीट का आरोप दोहराया। दिल्ली पुलिस की दो सदस्यीय टीम ने उनके मध्य दिल्ली स्थित आवास पर ही यह बयान दर्ज किया।
17 मई: आम आदमी पार्टी का यू-टर्न
17 मई को आम आदमी पार्टी ने एक वीडियो जारी किया जिसमें स्वाति मालीवाल द्वारा लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताया गया। इस वीडियो के साथ पार्टी ने कहा कि यह मामला अरविंद केजरीवाल को फंसाने के लिए रचा गया है और इसके पीछे भाजपा का हाथ है। पार्टी ने विभव कुमार के खिलाफ लगे आरोपों को निराधार बताया।
पुलिस कार्रवाई
17 मई को ही दिल्ली पुलिस ने विभव कुमार के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का प्रयास, महिला के खिलाफ आपराधिक बल के इस्तेमाल समेत अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया। पुलिस ने विभव की खोजबीन के लिए कई टीमें बनाई और स्वाति मालीवाल का बयान तीस हजारी कोर्ट में मिजिस्ट्रेट के सामने दर्ज करवाया। उसी दिन स्वाति मालीवाल का मेडिकल एम्स दिल्ली में चार घंटे तक चला।
राजनीतिक बयानबाजी
17 मई को आम आदमी पार्टी द्वारा जारी किए गए वीडियो के जवाब में स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अपनी एफआईआर में मारपीट की बात कही, लेकिन वीडियो में बहस बाजी तो दिख रही है पर मारपीट का स्पष्ट फुटेज नहीं मिला। आम आदमी पार्टी ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि यह पूरा मामला अरविंद केजरीवाल को फंसाने की साजिश है और इसमें भाजपा का हाथ है।
स्वाति मालीवाल से मारपीट का मामला दिल्ली की राजनीति में एक गंभीर मुद्दा बन चुका है। एक तरफ जहां स्वाति मालीवाल ने विभव कुमार पर मारपीट का आरोप लगाया है, वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी ने इसे भाजपा की साजिश बताया है। पार्टी का कहना है कि स्वाति मालीवाल को इस्तेमाल कर केजरीवाल को फंसाने की कोशिश की जा रही है।
इस पूरे घटनाक्रम में सबसे बड़ी चुनौती यह है कि सच्चाई का पता कैसे चले। पुलिस की जांच और कोर्ट का फैसला ही इस मामले को सुलझा सकता है। हालांकि, इस मामले ने आम आदमी पार्टी के भीतर और बाहर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पार्टी के अंदर भी कई मतभेद उभर कर सामने आए हैं, जो पार्टी की आंतरिक स्थिति को दर्शाते हैं।
स्वाति मालीवाल और विभव कुमार के मामले में न्याय की उम्मीद सभी को है। यह महत्वपूर्ण है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और सच्चाई सामने आए। इस घटना ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि राजनीति में व्यक्तिगत विवाद कैसे बड़े राजनीतिक मुद्दों में तब्दील हो सकते हैं और इसका असर किस तरह से व्यापक स्तर पर हो सकता है।
इस पूरे मामले ने यह दिखाया है कि कैसे राजनीति और व्यक्तिगत रिश्ते आपस में उलझ सकते हैं और इसका समाधान केवल पारदर्शी और निष्पक्ष जांच से ही संभव है। अब देखना यह होगा कि जांच के नतीजे क्या आते हैं और इस मामले का अंतिम समाधान क्या होता है।