बिहार के पूर्व मंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेज प्रताप यादव ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो पर टिप्पणी करते हुए पीएम मोदी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के शीर्ष नेताओं पर निशाना साधा है। इस दौरान, उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पहचानने से भी इनकार कर दिया।
तेज प्रताप यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो से कोई फर्क नहीं पड़ता और इस बार के चुनावों में महागठबंधन की जीत सुनिश्चित है। उन्होंने दावा किया कि I.N.D.I.A. गठबंधन पूरी तरह से इंटैक्ट है और महागठबंधन की जीत अवश्य होगी। उन्होंने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री अमित शाह पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब चुनाव के नतीजे आएंगे, तो अमित शाह को वास्तविकता का पता चलेगा।

बीजेपी नेता गिरिराज सिंह की ओर से गांधी परिवार पर लगाए गए आरोपों पर तेज प्रताप यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी। गिरिराज सिंह ने कहा था कि लोकसभा चुनाव के बाद गांधी परिवार फरार हो जाएगा। इस पर तेज प्रताप ने जवाब देते हुए कहा कि कौन फरार हो गया और कौन नहीं, वह स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह बिहार आते हैं और फिर फरार हो जाते हैं।
तेज प्रताप यादव ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को पहचानने से भी इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, “कौन है जेपी नड्डा, हम नहीं जानते।” यह बयान तब आया जब उनसे जेपी नड्डा से संबंधित सवाल पूछा गया था। इस बयान के बाद यह स्पष्ट हो गया कि तेज प्रताप यादव बीजेपी के नेताओं के प्रति कितना असंतोष और आलोचना रखते हैं।

हाल ही में तेज प्रताप यादव एक और विवाद में घिर गए थे जब उन्होंने एक सभा के दौरान RJD के एक नेता को धक्का दे दिया था। इस घटना का वीडियो वायरल हो गया था, जिसमें तेज प्रताप यादव मंच पर एक नेता को धक्का देते हुए नजर आ रहे थे। इस घटना के बाद उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि उनकी मंशा किसी को आहत करने की नहीं थी। उन्होंने कहा, “मेरा हाथ पहले से जख्मी है, इनके द्वारा धक्का देकर आगे जाने के क्रम में असहाय दर्द महसूस हुआ। मुझे खुद को बचाने के लिए अचानक मजबूरी में इनको साइड करना पड़ा। मेरा मंशा कहीं से भी किन्हीं को आहत करने की नहीं रही है। जनता मालिक मेरे लिए सर्वोपरि है, जनता का मान-सम्मान ही हमारा कर्म है।”
इस घटना के बाद, मीसा भारती के नामांकन के समय आयोजित सभा के दौरान तेज प्रताप यादव ने पार्टी के एक नेता को धक्का दिया था। इस पर उन्होंने कहा कि मीसा भारती और उनकी मां के बीच कोई आ गया था, जिसे उन्होंने किनारे कर दिया।

तेज प्रताप यादव का यह विवाद और उनकी तीखी टिप्पणियां दर्शाती हैं कि वह भाजपा के नेताओं के प्रति कितनी कठोरता से विरोध रखते हैं। उनके बयानों से यह स्पष्ट होता है कि आगामी चुनावों में महागठबंधन के प्रति उनकी उम्मीदें बहुत ऊंची हैं और वह पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि महागठबंधन की जीत होगी।
राजनीतिक रूप से यह देखा जा सकता है कि तेज प्रताप यादव का यह रवैया उनके समर्थकों के बीच एक मजबूत संदेश भेजने का प्रयास है। वह अपने बयानों और कार्यों के माध्यम से यह संकेत देने की कोशिश कर रहे हैं कि महागठबंधन की शक्ति भाजपा से अधिक है और वह किसी भी परिस्थिति में भाजपा को हराने के लिए तैयार हैं।
इस प्रकार, तेज प्रताप यादव की हालिया गतिविधियाँ और उनके बयान उनके राजनीतिक दृष्टिकोण और उनके विरोधियों के प्रति उनकी स्थिति को स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं। यह देखना बाकी है कि उनके ये बयान और विवाद आगामी चुनावों में किस प्रकार के परिणाम लाते हैं और जनता किस तरह से इन पर प्रतिक्रिया करती है।