टोयोटा टेक्निकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (Toyota Technical Training Institute – TTTI)” एक ऐसी पहल है जो ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को टेक्निकल स्किल्स विकसित करने का उद्देश्य रखती है। इसकी शुरुआत साल 2007 में हुई थी और तब से यह बच्चों को ऑटोमोबाइल इंडस्ट्रीज में करियर बनाने का माध्यम बन गया है।
इंस्टीट्यूट का मुख्य लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को टेक्निकल स्किल्स प्रदान करना है। यहां प्रदान की जाने वाली शिक्षा मुख्यतः ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग पर केंद्रित है।
रेगुलर कोर्स: इस कोर्स की अवधि 3 साल है और इसमें 64 छात्र शामिल होते हैं। यह 6 सेमेस्टरों में बाँटा जाता है और छात्रों को ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग की विभिन्न पहलुओं में प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
कौशल्या प्रोग्राम: इस प्रोग्राम की अवधि 2 साल है और इसमें 200 छात्र होते हैं। यह प्रोग्राम भी छह सेमेस्टरों में बाँटा जाता है और छात्रों को अपनी कौशल्या में विकसित करने का अवसर प्रदान करता है।
इस सुझावनुसार, छात्रों को चयन के लिए 6 अलग-अलग टेस्टों पर से गुजरना होता है। यह टेस्ट में रिटन टेस्ट, स्किल टेस्ट, फिजिकल टेस्ट, असिस्मेंट, पर्सनल इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट शामिल होते हैं। इसके बाद छात्रों को अंग्रेजी की शिक्षा दी जाती है और उन्हें टेक्निकल स्किल्स के क्षेत्र में प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
फ्री पढ़ाई: इंस्टीट्यूट के छात्रों को पढ़ाई के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं देना पड़ता है।
होस्टल फैसिलिटी: ग्रामीण क्षेत्रों से आए छात्रों के लिए होस्टल की सुविधा भी मुहैया है। इससे उन्हें शिक्षा के दौरान सही और सुरक्षित माहौल में रहने का अवसर मिलता है।
ऑप्शन्स ऑफ जॉब्स: ट्रेनिंग के पश्चात छात्रों के पास टोयोटा सहित अन्य ऑटोमोबाइल कंपनियों के साथ काम करने का विकल्प होता है। उन्हें यहां की शिक्षा के आधार पर टोयोटा में भी जॉब मिल सकता है।
इस प्रकार, टोयोटा टेक्निकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट एक सामाजिक पहल है जो ग्रामीण छात्रों को तकनीकी शिक्षा द्वारा उनके करियर को बढ़ाने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करती है।