दरभंगा में नोनिया समाज महासम्मेलन के दौरान बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भाजपा और यूपी सरकार पर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री जो बाबा हैं वह घंटी बजवा रहे हैं, जबकि यहां के युवा बिहार आकर नौकरी कर रहे हैं। इसके साथ ही, उन्होंने भाजपा को झूठी पार्टी बताया और उनकी राजनीतिक तकनीकों को खुलकर निशाना बनाया।
तेजस्वी ने कहा, “जितनी हमारी आबादी, उतनी हमारी भागीदारी,” और बताया कि भाजपा सिर्फ लड़ाई, दंगा, और फसाद करती है, लेकिन नौकरी लेने के लिए लोग बिहार आ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यूपी में बाबा सिर्फ घंटी बजवा रहे हैं और लोग बिहार में आकर रोजगार कर रहे हैं, जो एक सख्त कटाक्ष के रूप में आया।
तेजस्वी ने आगे कहा, “घंटी बजाने से पेट नहीं भरता है। आप सब इनकी अफवाहों पर नहीं रहिए। मंदिर और मस्जिद से पेट नहीं भरता है।” उन्होंने सामाजिक न्याय की महत्वपूर्णता पर बात की और नौकरी लेने वालों के लिए समर्थन की गुंजाइश की।
तेजस्वी ने भी जाति आधारित गणना की मांग को लेकर बातचीत की और उन्होंने बताया कि सभी जातियों में गरीब हैं और सरकार सभी के लिए योजनाएं चला रही है। उन्होंने इस दिशा में अपनी सरकार की कई योजनाओं का उल्लेख किया और विभिन्न वर्गों को समर्थन दिखाया। जब हम नेता विरोधी दल थे तो हमने इस चीज को लेकर प्रस्ताव रखा था और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी महानता दिखाते हुए हमारी बातों को सुना था। 84-85 % पिछड़ा और अति पिछड़ा के जो जनता हैं उनका आकड़ा अब सामने आ गया है। जो साइंटिफिक डेटा मिला है, उसके तहत आप जो पिछड़े हैं उन्हें मुख्य धारा में लाने की कोशिश की जाएगी।
कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को भी विशेष रूप से टारगेट किया गया, और तेजस्वी ने भाजपा को झूठी और दंगाई पार्टी बताते हुए अपनी आपत्तिजनक बयानों के माध्यम से अपने समर्थकों को प्रेरित किया। उन्होंने समाज में एकता और अच्छे विकास के लिए साथ मिलाने की आवश्यकता को बलात्कारपूर्वक बताया और सोशल जस्टिस की ओर बढ़ते हुए समाज को एक सशक्त, एकत्रित और समृद्धि में योगदान करने के लिए प्रेरित किया।
दरभंगा में आयोजित इस कार्यक्रम का उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ बिहार सरकार के पिछड़ा वर्ग व अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के मंत्री अनिता देवी, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री ललित यादव, सहित कई नेताओं ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर नोनिया समाज के द्वारा मिथिला के परंपरा के अनुसार पाग, माला और चादर से सम्मानित किया गया।