उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 की मतगणना 4 जून की सुबह 8:00 बजे से त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू होगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने मतगणना की तैयारियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के सभी 75 जनपदों के 81 केंद्रों पर मतगणना होगी। यह महत्वपूर्ण प्रक्रिया सही और सुरक्षित तरीके से संपन्न कराने के लिए पर्याप्त मात्रा में अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। मतगणना स्थल की सुरक्षा त्रिस्तरीय होगी, जिसमें क्षेत्रीय पुलिस बल, राज्य पुलिस बल और सीएपीएफ की तैनाती शामिल है।
मतगणना की विशेष तैयारियाँ
लोकसभा आम चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश में कुल 851 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जिनमें 771 पुरुष और 80 महिलाएँ शामिल हैं। सबसे अधिक 28 प्रत्याशी घोसी लोकसभा क्षेत्र में और सबसे कम 4 प्रत्याशी कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र में हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि आगरा, मेरठ, आजमगढ़, देवरिया, सीतापुर और कुशीनगर जनपदों में मतगणना 2-2 केंद्रों पर होगी। वहीं, 8 लोकसभा क्षेत्रों की मतगणना 3 जनपदों में, 37 लोकसभा क्षेत्रों की मतगणना 2 जनपदों में और 35 लोकसभा क्षेत्रों की मतगणना 1 जनपद में होगी।
विधानसभा क्षेत्रवार मतगणना
मतगणना विधानसभा क्षेत्रवार होगी, जिसके बाद लोकसभा क्षेत्र में शामिल विधानसभा क्षेत्रों के नतीजों का योग कर लोकसभा क्षेत्र का परिणाम घोषित किया जाएगा। गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र में शामिल साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र में मतदेय स्थल (1127) अधिक होने के कारण सबसे अधिक 41 राउंड में मतगणना संपन्न होगी। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से मतगणना हेतु 179 प्रेक्षक तैनात किए गए हैं। 15 प्रेक्षकों को 1-1 विधानसभा क्षेत्र, 104 प्रेक्षकों को 2-2 विधानसभा क्षेत्र और 60 को 3-3 विधानसभा क्षेत्र आवंटित किए गए हैं।
विधानसभा उपचुनाव की मतगणना
उत्तर प्रदेश के 80 लोकसभा क्षेत्रों की मतगणना 80 रिटर्निंग ऑफिसर और 1581 सहायक रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा संपन्न कराई जाएगी। वहीं, ददरौल, लखनऊ पूर्व, गैंसड़ी और दुद्धी विधानसभा उपचुनाव की मतगणना 4 रिटर्निंग ऑफिसर और 26 सहायक रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा संपन्न कराई जाएगी। समस्त मतगणना एवं सीलिंग की कार्यवाही सीसीटीवी की निगरानी में होगी।
पोस्टल बैलेट और ईटीपीबीएस
सभी लोकसभा क्षेत्रों में पोस्टल बैलेट की गणना के लिए अतिरिक्त कक्ष का अनुमोदन भारत निर्वाचन आयोग द्वारा प्रदान किया गया है। पोस्टल बैलेट की गणना के लिए होम वोटिंग एवं वोटर फैसिलिटेशन सेंटर पर प्राप्त पोस्टल बैलेट मतों की गणना प्रातः 8 बजे प्रारंभ होगी और सर्विस वोटर से प्राप्त ईटीपीबीएस की स्कैनिंग भी प्रातः 8 बजे से प्रारंभ की जाएगी। पोस्टल बैलेट की गणना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उन मतदाताओं के लिए है जो चुनाव के दिन अपने मतदान केंद्रों पर नहीं जा सके।
सुरक्षा और निगरानी
मतगणना की सुरक्षा को लेकर विशेष ध्यान दिया गया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतगणना एजेंट नियुक्त करने के लिए अभ्यर्थियों की ओर से 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति को एजेंट बनाया जा सकता है। मतगणना स्थल की सुरक्षा में कोई कमी नहीं होने दी जाएगी और सभी गतिविधियों की सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी की जाएगी।
लोकसभा चुनाव 2024 की मतगणना उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न होगी। प्रदेश के 75 जनपदों के 81 केंद्रों पर मतगणना की जाएगी, जिसमें 851 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होगा। इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए क्षेत्रीय पुलिस बल, राज्य पुलिस बल और सीएपीएफ की तैनाती की गई है। मतगणना की सभी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी, जिससे निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव परिणाम सुनिश्चित हो सके। 4 जून को सुबह 8:00 बजे से शुरू होने वाली मतगणना के परिणाम ही तय करेंगे कि अगले पांच वर्षों के लिए देश की दिशा और दशा कैसी होगी।